जालंधर। पंजाब के प्राकृतिक संसाधनों को लूटने और अवैध खनन के बढ़ते मामले को पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने आक्रमक अंदाज में कहा है कि रेत माफियाओं का काला चिट्टा एक महीने के अंदर वो खोलकर रख देंगे और गैर कानूनी माइनिंग में सियासी प्रतिनिधियों, अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों को किसी भी तरह की भागीदारी बड़ी ही सावधानी के साथ परखा जाएगा। उन्होंने कहा कि रेत माफिया के खिलाफ शिकंजा कसने के लिए सीएम की तरफ से जो तीन मंत्रियों की सब-कमेटी बनाई है उसमे मेरे अलावा मनप्रीत बादल व तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा शामिल है। कमेटी को एक महीने के अंदर पंजाब में हो रही अवैध खनन के मामले में रिपोर्ट तैयार करके सीएम कार्यलय को सौंपेंगे।
सिद्धू ने कहा कि आग के बिना धुआं नहीं उठता है। कमेटी की रिपोर्ट के बाद ही मुख्यमंत्री रेत माफियाओं के खिलाफ कोई कार्रवाई करेंगे। उन्होंने यह साफतौर पर कहा कि रेत के इस काले धंधे में भले ही कोई भी नेता या अधिकारी शमिल हो उसे बख्शा नहीं जाएगा। सिद्धू ने कहा कि जिन ठेकेदारों की मशीनरी जब्त की गई है उन्हें भी बुलाकर पूछताछ की जा रही है। इसके अलावा रेत की खड्डों के मालिकों से भी पूछताछ होगी। उन्होंने कहा कि रेत माफिया कितना भी ताकतवर क्यों न हो किसी को भी बख्शेंगे नहीं। जो लोग पहले रेत का कारोबार करते रहे हैं उनसे भी पूछताछ की जाएगी। सिद्धू ने कहा कि प्रदेश से अवैध माइनिंग को रोकने के लिए सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह इसी सप्ताह कारपोरेशन का गठन करेंगे।
उन्होंने कहा कि अवैध माइनिंग को रोकना बहुत ही आसान है। जल्द ही प्रदेश सरकार अपनी कारपोरेशन गठन कर खुद अपना रेत बेचेगी, क्योंकि रेत सरकार की प्रापर्टी है।उन्होंने कहा कि अवैध माइनिंग को लेकर तीन सदस्यों की कमेटी की रिपोर्ट एक सियासी विस्फोट होगा। इस मौके पर 11 विधायकों व एक मंत्री के अवैध रेत खनन मामले में शामिल होने की बात पर उन्होंने कहा कि बस थोड़ा इंतजार करें, क्योंकि उनकी रिपोर्ट में उन सभी का नाम होगा, जिनकी अवैध रेत खनन मामले में शमूलियत है। लुधियाना जैसे शहर में सिर्फ 90 हजार घरों से ही टैक्स वसूला जा रहा है। लेकिन जब सेटलाइट से मेपिंग करवाई गई तो 4 लाख से ज्यादा घर निकले।