सिद्धार्थनगर। गर्मियों के मौसम में इंसेफलाइटिस की बिमारी भारत में भी अपना असर दिखाती है। इंसेफलाइटिस आम तौर पर जापान में सबसे ज्यादा देखे जाने वाली विमारी है पर अब यह भारत में भी देखा जाने लगा है। जून के अंतिम सप्ताह से इंसेफलाइटिस का असर शुरू हो जाता है। इस बिमारी से सबसे ज्यादा छोटे बच्चे ग्रसित होते हैं। इस साल यह बिमारी अपना असर ना फैलाए इसके लिए अभी से योगी सरकार ने मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं।
जिससे कि अभी से इस गंभीर बीमारी से बचाव के लिए तैयारियां पूरी की जा सकें। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से हैं और गोरख पुर में इस बिमारी का असर पहले भी देखा जा चुका है, इसीलिए योगी इंसेफलाइटिस नामक जापानी बुखार के कहर को बेहतर तरीके से जानते है।
हर साल गोरखपुर ,कुशीनगर ,सिद्धार्थनगर, देवरिया, संत कबीर नगर, महराजगंज जैसे पूर्वी यूपी के जनपदों में इस बीमारी से सैकड़ो बच्चे काल के गाल में समां जाते हैं। इस बीमारी का फैलने का समय जून से अक्टुबर के मध्य माना जाता है।
ऐसे समय में अस्पतालों में पूरे वार्ड में अधिकतर बच्चे इस बीमारी के शिकार दिखाई पड़ते हैं।सिद्धार्थ नगर में ख़ास तौर पर एक विशेष वार्ड ही इस बीमारी से ग्रसित बच्चों के लिए तैयार किया गया है,जहां पैथॉलॉजी से लेकर तमाम आधुनिक साजो सामान उपलब्ध है।
दवाओं की पूरी व्यवस्था अभी से की जा चुकी है, इसके साथ ही इस गंभीर बीमारी को लेकर विशेष व्यवस्थाएं करने को लेकर योगी सरकार ने नए निर्देश जारी कर दिए हैं जिस बात की मुख्य चिकित्साधिकारी ने पुष्टि की और कुछ महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर आये दिशा निर्देशों को बताया।
अरूण शुक्ला, संवाददाता