लखनऊ बापू भवन के सभागार में नवगठित श्रम कल्याण परिषद की प्रथम बैठक की अध्यक्षता करते हुए माननीय श्री सुनील भराला जी अध्यक्ष उत्तर प्रदेश श्रम कल्याण परिषद ने बैठक के लिए महत्वपूर्ण एजेंडा जोड़ते हुए अनेक श्रमिक कल्याण के कार्यक्रमों को प्रारंभ करने के निर्णय लिए गए आपको बता दें अध्यक्ष श्री भराला की नए सदस्य को प्रतिमाह मानदेय शुक्र करने का प्रस्ताव भी पास कराया परिषद के लिए बनाए गए नियमों के अनुसार श्रमिकों के कल्याण की सभी गतिविधियों को पूरे प्रदेश में कैदी से लागू करने का निर्णय लिया अगली बैठक जब कोई धार्मिक तीर्थ स्थलों जैसे मथुरा वृंदावन के लिए भी आदेश दिए गए इसे आगे कहते हुए कहा कि प्रदेश में 17000 उद्योग 5:30 लाख से अधिक व्यापारी का आंकड़ा श्रम कल्याण परिषद के अधिकारियों द्वारा दर्शाया गया है वह कम आता है इसके प्रति उदासीनता दर्शाती है इसके बाद देते हुए उत्तर प्रदेश के उद्योग एवं व्यापार एवं उद्योग धारिता की जिसके पास आ जाएगा तो हमें आने का मौका मिलेगा सरकार के श्रमिकों के परिवारों को योजनाओं का लाभ मिले हमारी प्राथमिकता होगी ऐसा कहना था सुनील भाराला का।
इसी के साथ श्रमिक परिवारों के बच्चे उच्च शिक्षा तकनीकी शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं केंद्र सरकार माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय श्री योगी आदित्यनाथ जी को धन्यवाद देता हूं यह दोनों नेता गरीबों के मसीहा हैं इनके नेतृत्व में गरीबों को न्याय और अधिकार व योजनाओं का लाभ देना सरकार की प्राथमिकता है बैठक में उपस्थित सभी सम्मानित सदस्यों का भी धन्यवाद प्रकट किया गया।
इसी के साथ बैठक में यह भी तय किया गया कि जो सदस्य के कल्याण निधि में स्वेच्छा से दान दे सकते हैं यह कार्यक्रम को स्पॉन्सर कर सकते हैं उन्हें प्रोत्साहित किया जाए सीएसआर की वर्तमान परंपरा में बदलाव करके मुनाफा कमाने वाली कंपनियों से कल्याण निधि से सीधा सीएसआर धन देने को कहा चाय आपको बता दे वर्तमान में परिषद के सदस्यों को केवल ₹10 मानदेय प्रति बैठक और मात्र किराया दिया जाता है इस राशि को कम से कम हजार रुपे मानदेय प्रति बैठक और यात्रा व्यय के साथ-साथ प्रथम श्रेणी में शासकीय अधिकारी के बराबर दैनिक भत्ता दिया जाए।