नई दिल्ली। एक माह तक पूरी इद्दत और शिद्दत के साथ अपना रोजा रख कर खुदा को याद करने वालों के लिए ईद के चांद का दीदार होना उनके लिए जहान की सबसे बड़ी खुशी मानी जाती है। क्योंकि रमजान के आखिरी जुमे की नमाज के अदा होने यानी अलविदा की नमाज के बाद चांद का दीदार होने पर ईद का पर्व मनाया जाता है। आज सूबे के मरकजी चांद कमेटी अध्यक्ष व ईदगाह इमाम मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने चांद के दीदार की बात कह कल ईद मनाने का ऐलान किया है।
इस मौके पर सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल रामनाइक ने प्रदेशवासियों को ईद पर मुबारकबाद दी है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि ये पर्व मेल-मिलाप और आपसी सौहार्द का संदेश लेकर आया है। खुशियों के इस त्यौहार से सामाजिक एकता को मजबूती मिलने के साथ आपसी भाईचारा भी बढे़गा। इसके पहले शिया धर्मगुरू कल्बे सादिल ने 26 को ईद मनाने का ऐलान किया था।
ईद के ऐलान के साथ बाजारों में रौनके तेज हो गई हैं । घरों से लेकर बाजारों तक रौनक दिखने लगी है। एक ओर जहां बाजारों को सजाया जा रहा तो वहीं घरों को भी सजाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। मुस्लिम बाहुल्य मोहल्लों में मठरी, सेंवई फेन, केक रस, खजूर की दुकानें सजने लगी हैं। सेंवई विक्रताओं का कहना है कि पिछले वर्ष की तुलना में सेंवई-फैनी आदि के दामों में खास अंतर नहीं रहेगा। पहले रोजे के साथ ही खरीदारी तेज होगी।
सोमवार की सुबह ईद की नमाज के बाद लोग एक दूसरे के गले लगकर इसकी मुबारकबाद देते नजर आयेंगे। इसके साथ ही इस दिन लोग अपने मिलने और जानने वालों के घरों में जाकर ईद की सेंवई का लुफ्त भी उठाएंगे।