सीतापुर। राजनीति में जूते का एक अहम रोल है वो कभी किसी भी नेता पर उछाला जाता है और चर्चा में आ जाता है। ताजा मामला राहुल गांधी का है। जनता का मन टटोलने के लिए कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों जी जान से लगे हुए है और जगह-जगह रैली करके वोटरों को लुभाने की कोशिश कर रहें है।
देवरिया से दिल्ली तक की किसान यात्रा के दौरान आज राहुल गांधी अपने समर्थकों के साथ उत्तर प्रदेश के सीतापुर पहुंचे और उन्होंने जैसे ही अपना रोड शो शुरु किया एक जूता अचानक उनकी तरफ उछलता हुआ आया और मिनी बस से टकराता हुआ राहुल की बजाय जितिन प्रसाद के हाथ पर लगा और नीते गिर गया।
जब तक इस घटना को आस-पास खड़े सिक्योरिटी गार्ड समझ पाते तब तक ये जूता कांग्रेस के नेता जितिन प्रसाद को लग चुका था। वहीं आनन-फानन में पुलिस ने जूता फेंकने वाले शख्य को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार हुए शख्स ने अपना नाम हरिओम मिश्र बताया है और पूछताछ में बताया कि उसने राहुल पर इसलिए जूता मारा क्योंकि 60 साल से इन लोगों ने देश को गर्त में डाल दिया है। ये कह रहे थे किसानों के कर्ज माफ, बिजली माफ। लेकिन 60 साल जब सत्ता में राज किया तब इन्होंने इंसाफ क्यों नहीं किया? 2 साल हो गया है पत्रकारिता करते हुए इतना परेशना हो चुका है जिसका जबाव नहीं।
कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी लखनऊ से सीधा सिधौली, कमलापुर, महबूबाबाद होते हुए सीतापुर पहुंचे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। राहुल ने कहा, मुलायम सिंह जी संसद में उठते है, मोदी जी रिमोट से बटन दबाते है और मुलायम सिंह बैठ जाते हैं। बीजेपी से हमारी विचारधारा की लड़ाई है और हम इसे जीतकर दिखायेंगे। आज मोदी जी ने कहा कि वो इन्टरनेट के माध्यम से किसानों से बात करेगें। किसान और मोदी जी के बीच 2000 किलोमीटर की दूरी होगी।
उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री जी अगर देश के लोगों से मिलने को तैयार नहीं,उनका पसीना छूने को तैयार नहीं,गले लगने को तैयार नहीं- तो फिर किस बात के प्रधानमंत्री? मैं बस से उतर कर आपसे गले लग सकता हूँ, मैं सवाल पूछना चाहता हूँ मोदी जी आपसे गले कब लगेंगे? या वो केवल 10-15 उद्योगपतियों से ही गले लगेंगे।