नई दिल्ली। नोटबंदी को लेकर जहां सरकार लगतार विपक्ष के निशाने पर रही है, वहीं दूसरी तरफ अब शिवसेना ने भी सरकार को आड़े हाथों लिया है। शिवसेना ने कहा है कि भाजपा नेताओं को ऐसा लगता है कि नोटबंदी के बाद से कालाधन खत्म हो गया है, जोकि सच्चाई नहीं है। शिवसेना ने कहा है कि इस एक फैसले ने कई लोगों की जान ले ली है। शिवसेना ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस पर भी सवाल खड़े किए हैं।
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में लिखा है कि नोटबंदी के बाद से लोगों को खासा समस्याओं का सामना करना पड़ा है। नोट बदलने के लिए सड़क पर एक महिला ने गुस्से में कपड़े उतार दिए। बैंको में लोगों पर लाठी चार्ज की गई। संपादकीय में शिवसेना ने लिखा है कि एक अबला खुलेआम सड़क पर कपड़े उतारकर सरकार को बहिष्कृत करती है, यह भी दिल्ली की सड़क पर घटित निर्भया कांड जैसा ही है।
महाराष्ट्र के सीएम फडनवीस को लेकर शिवसेना में कहा गया है कि सीएम यह स्पष्ट करें कि वो भ्रष्टाचार के समर्थन में हैं या फिर भ्रष्टाचार से मुक्ति के पक्ष में? शिवसेना का मानना है कि नोटबंदी से कालाधन नहीं बल्कि महिलाओं की बचत रद्द हुई है।