मुंबई। गुरुवार को देश की सबसे अमीर महानगरपालिका मुंबई के चुनाव नतीजे आ चुके हैं लेकिन दिलचस्प बात तो ये है कि किसी भी पार्टी ने 227 सीटों वाले चुनाव में बहुमत हासिल नहीं किया जिसके चलते आज शिवसेना के बाद आज भाजपा भी मेयर पद की दावेदारी पेश कर सकती है। 84 सीटों के साथ शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा है कि पार्टी स्थानीय निकाय में मेयर पद को बरकरार रखेगी वहीं गठबंधन के मुद्दे पर वो बचते नजर आए। उन्होंने कहा कि जल्दी क्या है कुछ दिन रुकिए। हमने अभी ये तय नहीं किया है कि गठबंधन होना है या फिर नहीं लेकिन बातों-बातों वो ये जरुर कह गए कि उन्हें ज्यादा सीटें मिलने की उम्मीद थी।
हालांकि उन्होंने ये जरुर कहा है कि उन्हें इस बार मुस्लिम वोट हासिल हुए है। अगर चुनाव के नतीजों को देखे तो भले ही शिवसेना सबसे बड़ी पार्टी बनकर निकाय चुनाव में उभरी है लेकिन उसके बहुमत पाने का समना अब सपना बनकर ही रह गया है। वहीं मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस एक करिश्माई नेता के तौर पर उभरे है, जिनमें वोट हासिल करने की ताकत है।
227 सीटों पर हो रहे निकाय चुनावों के नतीजों में भाजपा को पिछली बार 31 सीटे मिली थी जबकि इस बार उसने 81 सीटों पर कब्जा जमाया है। वहीं शिवसेना को पिछली बार 75 सीटें मिली थी तो इस बार में 84 सीटों पर परचम लहराया है। इसके साथ ही कई पार्टियों को पिछले बार के चुनावों के नतीजों की अपेक्षा नुकसान हुआ जिसमें कांग्रेस को 31, एनसीपी को 7 और एमएनस को 10 सीटों पर कब्जा जमाने में सफलता मिली।