भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पुलिस द्वारा मनचलों और गुंडों का जुलूस निकालने और उनसे उठक-बैठक करवाने के बाद उपजे विवाद को लेकर कहा है कि मनचलों और गुंडों के खिलाफ की गई कार्रवाई एक दम सही है क्योंकि गुंडों का कोई मानवाधिकार नहीं होता। प्रदेश की राजधानी भोपाल में पुलिस द्वारा महिला सुरक्षा और सशक्तीकरण के लिए शुक्रवार सुबह को आयोजित वॉक-ए-कॉज कार्यक्रम में सीएम ने कहा कि महिला अपराध में प्रदेश सरकार जीरो टॉलरेंस रखती है।
पुलिस को अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने का पूरा अधिकार है। सीएम ने मानवाधिकार के समर्थकों पर हमला बोलते हुए कहा कि गुंडों का कोई मानवाधिकार नहीं होता, कथित मानवाधिकार के पक्षधर भी इस बात को जान ले। महिला सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है, बेटियों से जगह-जगह छेड़छाड़ करें और उनका घर से निकलना मुश्किल कर दें,ऐसे गुंडों का कोई मानवाधिकार नहीं हो सकता।
इसके अलावा सीएम ने ऐलान करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने ये फैसला लिया है कि अब सरकारी कर्मचारी 60 की बजाए 62 साल की उम्र में सेवानिवृत्त किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि कई बार कर्मचारी अपने सेवा काल की निर्धारित पदोन्नति का लाभ नहीं हासिल कर पाते और सेवानिवृत्त हो जाते हैं, लिहाजा सरकार ने तय किया है कि कर्मचारियों को उनका हक मिले इसलिए सेवानिवृत्ति की उम्र में दो साल का इजाफा किया गया है।