भोपाल। मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने बुधवार को अपना आखिरी बजट पेश किया, जिसके बाद सरकार और विपक्ष में जमकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। वित्त मंत्री जयंत मलैया ने किसानों को लिए सौगातों का पिटारा खोलते हुए दो लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा का बजट पेश किया। इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपना बजट भाषण देते हुए कहा कि ये ऐतिहासिक बजट है और पहली बार प्रदेश का बजट दो लाख करोड़ के पार गया है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने किसानों को ध्यान में रखकर अपना बजट तैयार किया है और ये किसानों के लिए हितैषी साबित होने वाला बजट है।
सीएम ने कहा कि कृषि पर विशेष रूप से ध्यान दिया गया है। इसके अलावा सड़क,बिजली और पानी के लिए भी खास इंतजाम इस बजट में किए गए हैं। सीएम ने कहा कि हमारी सरकार किसानों के लिए एक नई योजना लाई है, ताकि किसानों को उनकी फसल का उचित दाम मिल सके। शिवराज ने अपने आखिर बजट को किसानों का बजट बताया। वहीं बजट पर नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि ऐसा लग रहा है जैसे 2003 का ही बजट है। क्या सौभाग्य योजना पहले लागू नहीं हो सकती थी। बजट राशि हर बार बढ़ जाती है लेकिन खर्च पर नियंत्रण सरकार के पास नहीं है। आज भी किसान आत्महत्या कर रहा है। भावांतर योजना एक मायाजाल हो गया है। बिजली विभाग में सबसे बड़ा घोटाला हो रहा है। हम बिजली दूसरों से खरीद का उन्हें लाभ दे रहे हैं।