नई दिल्ली। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के मुखिया शिवपाल सिंह यादव ने बीते शनिवार को इटावा में कहा कि वह जनता की मांग पर लोकसभा चुनाव फिरोजाबाद से लड़ेंगे। उन्होंने दावा किया कि चुनाव के बाद केंद्र में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के बिना कोई दल सरकार नहीं बना सकेगा। शिवपाल ने इटावा के धनुआंखेड़ा इण्टर कालेज में गणतंत्र दिवस पर एक समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि लखनऊ में लाखों लोगों के बीच हमने कहा था कि मुझे कुछ नहीं चाहिए न मंत्री पद न कुछ और, सिर्फ सम्मान चाहिए। लेकिन षड्यंत्र कर उन्हें पार्टी से अलग किया गया।
बता दें कि भतीजे अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें धोखा दिया गया और मजबूरी में उन्हें प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का गठन करना पड़ा। शिवपाल ने सपा-बसपा गठबंधन पर कहा कि बसपा ने सपा को झटका देकर तीन बार भाजपा के सहयोग से सरकार बनाई। उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह को ‘‘गुण्डा”, सपा को गुंडों की पार्टीं तथा उन्हें दुराचारी बताने वाले दल के साथ गठबंधन पिता और चाचा का साफ अपमान है।
वहीं फिरोजाबाद सीट से अक्षय यादव सांसद हैं। वह राम गोपाल यादव के बेटे हैं। वर्ष 2014 में फिरोजाबाद संसदीय सीट से चुनाव जीतने के दौरान अक्षय यादव की उम्र 27 साल रही। इस प्रकार वह यूपी के सबसे कम उम्र के सांसद रहे। शिवपाल सिंह यादव के अब फिरोजाबाद सीट से ही चुनाव लड़ने के ऐलान से लाजिमी है कि रामगोपाल यादव और उनके बेटे अक्षय मुश्किल में पड़ेंगे। वहीं अगर 2019 के लोकसभा चुनाव में इसी सीट से फिर अक्षय उतरेंगे तो चाचा शिवपाल से लड़ाई दिलचस्प होगी।