नई दिल्ली। पूर्वी दिल्ली से सांसद महेश गिरि को औरंगजेब रोड का नाम बदलकर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम रोड रखने पर साहस के लिए शिवाजी अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। अवॉर्ड मिलने के बाद गिरि ने मीडिया से कहा कि आज की भाषा में औरंगजेब आतंकवादी है। बीते शुक्रवार को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र में दारा शिकोह पर एक प्रदर्शनी के दौरान गिरि को सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान रेलिवेंस ऑफ सूफिज्म टूडे’ पर एक संगोष्ठी का भी उद्धाटन किया गया। उप-राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया और महेश गिरि को पुरस्कार से सम्मानित किया। ‘फाउंडेशन फॉर एडवांसमेंट ऑफ कल्चरल टाइज’ और ‘इन्क्रेडिबल भारत फाउंडेशन’ की सहयोग से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।
बता दें कि कार्यक्रम में इरान के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. गुलाम अली हद्दाद-अदेल मौजूद थे। गिरि का कहना है कि जब कभी भी मैं रोड की तरफ देखता था तो मुझे बेहद तकलीफ होती थी। औरंगजेब ने हमारी पूरी संस्कृति को बर्बाद कर के रख दिया है। जब वो सत्ता में था तो उसने कई बेगुनाह लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। ऐसे किसी इंसान के नाम कैसे रोड का नाम रखा जा सकता है? इसलिए मैने फैसला किया कि इस रोड का नाम बदलना चाहिए। हालांकि इस वजह से मुझे कई प्रकार की धमकियां मिलीं। 28 अगस्त 2015 को नई दिल्ली नगर निगम ने औरंगजेब रोड का नाम बदल कर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम रोड कर दिया। इससे पहले महेश गिरि ने प्रधानमंत्री को पत्र लिख कर इस रोड का नाम बदलने की मांग की थी।