बीजेपी की मुश्किलें अब बढती जा रही है। अब शिवसेना बीजेपी को घेरने में लगी हुई है। शिवसेना की तरफ से बयान सामना आया है जिसमें शिवसेना बीजेपी को चेतावनी दी है कि अगर बीजेपी को मध्यावधि चुनाव से बचना है तो किसानों का कर्ज माफ कर दें। महाराष्ट्र में इन दिनों किसान आंदोलन की आग पूरी तरह से फैली हुई है। दिन-प्रतिदिन हिंसा की आग बढ़ती ही जा रही है। जिस कारण बीजेपी सरकार पर वहां जबरदस्त आलोजनाएं की जा रही है। इसी को आधार बना कर शिवसेना ने बीजेपी को चेतवनी दी है कि अगर बीजेपी मध्यावधि चुनाव से बचना चाहती है तो किसानों का कर्ज पूरी तरह से माफ कर दिया जाए।
हालांकि सरकार ने वहां पर छोटे किसानों के कर्ज माफ करने का ऐलान कर दिया है लेकिन सभी किसानों के कर्जमाफी को लेकर शिवसेना अड़ी हुई है। इस सब के बीच शिवसेना सांसद संजय राउत का कहना है कि अगर पार्टी सत्ता से दूर चली जाती है तो कुछ खास असर नहीं पड़ेगा। उनका कहना है कि मध्यावधि चुनाव के लिए हमारी पार्टी बीजेपी से ज्यादा अच्छी तरह से तैयार है। उनका कहना है कि अगर बीजेपी को इस चुनाव की मार से बचना है तो सभी किसानों का कर्ज माफ करना होगा।
किसानों के पक्ष में शिवसेना ऐसे वक्त पर खड़ी हुई है जब महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस किसानों के प्रदर्शन के चलते सभी के निशाने पर हैं। बता दें कि बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार साल 2014 में बनी थी। ऐसे में संजय राउत का कहना है कि अगर बीजेपी मध्यावधि चुनाव से बचना चाहती है तो किसानों के कर्ज से उन्हें छुटकारा मिल जाना चाहिए। दूसरी तरफ महाराष्ट्र सरकार किसानों के अक्रामक रवैये को चुप कराने में लगी हुई है। ऐसे में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने किसानों की मांगों पर विचार करने के लिए एक मीटिंग बुलाई है। इस मीटिंग की अध्यक्षता राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटील करेंगे। इस मीटिंग में पेंशन, न्यूनतम समर्थन मूल्य, किसानों की कर्ज माफी आदि मुद्दों को लेकर बातचीत की जाएगी।
वही किसानों ने मांगे पूरी ना होने पर सोमवार को कलेक्टरों और राजस्व का घेराव करने की बात कही है। किसानों का कहना है कि अगर फिर भी उनकी मांगें पूरी नहीं की गई तो सभी किसान मिलकर राज्य में रेल और सड़क परिवहन को जाम कर देंगे। किसानों ने सरकार को उनकी मांगे मानने के लिए 2 दिन का वक्त दिया था। ऐसे में सरकार ने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए समिति गठन करने का कदम उठाया है।