नई दिल्ली। 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले राजनीति काफी गर्म हो गई है। बता दें कि लोकसभा चुनाव से पहले रुठे सहयोगियों को मनाने में और अपने साथ लाने में जुटी भाजपा को एक और करारा झटका लगा है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और उद्धव ठाकरे के बीच बुधवार को हुई मुलाकात बेनतीजा रही और शिवसेना ने फिर दोहराया कि वह 2019 के लोकसभा चुनाव अकेले ही लड़ेगी। शिवसेना प्रवक्ता और सांसद सजय राउत ने कहा कि पार्टी पहले ही प्रस्ताव पास कर चुकी है कि वह अकेले ही चुनाव लड़ेगी। इस प्रस्ताव में काई बदलाव नहीं किया जाएगा।
अकेले लड़ेगे चुनाव
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और उद्धव के बीच दो घंटे तक कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई।अमित शाह ने फिर से मिलने की बात कही है, हम उनका एजेंडा जानते हैं लेकिन शिवसेना ने पहले ही प्रस्ताव पास कर लिया है। जिसमें ये तय है कि पार्टी 2019 का लोकसभा चुनाव अपने बलबूते पर ही लड़ेगी। बता दें कि अमित शाह ने बुधवार शाम उद्धव ठाकरे से उनके आवास ‘मातोश्री’ में मुलाकात की।
पहले भी कर चुकी है ऐलान
आपको बता दें कि शिवसेना ने मुलाकात से पहले ही इस बात को ऐलान कर दिया था कि वो 2019 में वे अकेले चुनाव में उतरेगी। इसमें लिखा गया कि अमित शाह इन चुनावों में किसी भी तरह 350 सीटें जीतना चाहते हैं। पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़े हुए हैं, किसान सड़क पर हैं, इसके बावजूद भाजपा चुनाव जीतना चाहती है।
शिवसेना ने कहा कि जिस तरह भाजपा ने साम, दाम, दंड, भेद के जरिए पालघर का चुनाव जीता उसी तरह बीजेपी किसानों की हड़ताल को खत्म करना चाहती है। चुनाव जीतने की शाह की जिद को हम सलाम करते हैं। बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए पूरा विपक्ष एक साथ नजर आ रहा है तो वहीं बीजेपी के राजनीतिक दोस्त बीजेपी का साथ छोड़ते दिख रहे हैं।