हिमाचल प्रदेश के शिमला में हुई गैंगरेप के बाद हत्या मामला इन दिनों सुर्खियों में बना हुआ है। संबंधित मामले में सीबीआई ने जांच भी शुरू कर दी है। छात्रा गुड़िया के साथ चार जुलाई को हुए इस दर्दनाक हादसे के बाद यहां के लोगों में खासा रोष देखा जा रहा है। आए दिन इस मामले का कोई ना कोई नया पहलू सामने आ रहा है। सीबीआई की जांच के लिए दो टीमें बनाई गई हैं। यह पूरी जांच गुप्त तरह के की जाएगी। सीबीआई की टीम अपनी जांच में पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई पर भी जांच करेगी। एक टीम शिमला तथा दूसरी टीम कोटखाई में घटनास्थल पर जांच करेगी।
इस घटना के बाद विवाद शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। घटना के बाद विवाद के बाद अब सीएम वीरभद्र सिंह भी फंसते नजर आ रहे हैं क्योंकि कांग्रेस के 6 विधायकों ने हाईकमान को सीएम वीरभद्र सिंह का हटाने की मांग के चलते चिट्ठी लिखी है। दरअसल यह घटना 4 जुलाई की है। जब घटना के आरोपी राजेंद्र उर्फ राजू अपने दोस्त के साथ कही जा रहा था लेकिन इस दौरान आरोपियों ने नाबालिग छात्रा गुड़िया को देखा तथा आरोपी उसे लिफ्ट देने के बहाने अपने साथ ले गए।
वही इस घटना के बाद यहां के लोगों में खासा रोष देखा जा रहा है। यहां आए दिन लोगों का गुस्सा सामने आ रहा है। ऐसे में मंगलवार को उसे इंसाफ दिलाने के लिए लोगों की भीड़ लग गई। हजारों की संख्या में लोगों ने सड़क पर प्रदर्शन कर अपना रोष व्यक्त किया। गुस्साएं लोगों ने कई गाड़ियों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। ऐसे में कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने उग्र हुई भीड़ को शांत किया। सूचना मिली है कि मृतक छात्रा आरोपी राजेंद्र उर्फ राजू को पहले से जानती थी, कारणवश वह उससे लिफ्ट के चक्कर में आरोपी के साथ चली गई। जानकारी के मुताबिक आरोपी उस वक्त शराब के नशे में पूरी तरह से धुत हो रखे थे ऐसे में जब उन्होंने छात्रा को लिफ्ट देने के बहाने अपने पास बुलाया जिसके बाद आरोपियों ने अपनी गंदी हवस का शिकार नाबालिग छात्रा को बनाया और उसके साथ गैंगरेप जैसी घिनौनी वारदात को अंजाम दिया जिसके बाद आरोपियों ने उसकी निर्मम हत्या कर दी।