देहरादून। कहते हैं विपरीत हालात और लगातार निराशा के दौर में भी हमें अच्छा होने की उम्मीद और विश्वास नहीं छोड़ना चाहिए। उम्मीदों के साथ ईमानदारी से किए अथक प्रयास एक दिन सफल जरूर हो जाते हैं। इसी मूलमंत्र के साथ पंजाब के अमृतसर की रहने वाली शिखा मेहता देश के विभिन्न राज्यों की खाक छान रही है। उसे तलाश है अपने प्यारे भाई शुभम की। एक साल पहले अचानक घर से निकले शुभम की अभी तक कोई खैर-खबर नहीं है। गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पंजाब पुलिस शुभम का कोई सुराग अभी तक नहीं लगा पाई है। शुभम की तलाश में मेहता परिवार ने रातदिन एक किया हुआ है।
पिता अनिल मेहता के साथ उनकी बेटी और बड़ी बहन शिखा लापता शुभम की तलाश में शहर-दर-शहर भटक रहे हैं। हैदराबाद में कारपोरेट सेक्टर की जाॅब्स छोड़कर पूरी तरह से शुभम की तलाश में जुटी शिखा ने सोशल मीडिया पर भी खोजबीन अभियान छेड़ा हुआ है।
इसी कड़ी में अब शिखा अपने छोटे भाई की तलाश में बुधवार को देहरादून पहुंची। शिखा ने पुलिस मुख्यालय में डीजीपी अनिल रतूड़ी से मुलाकात कर लापता भाई शुभम की तलाश की गुहार लगाई। डीजीपी से इस मामले में सभी जिला पुलिस कप्तानों समेत एलआईयू व अन्य एजेंसियों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।
इस मौके पर शिखा मेहता ने बताया कि उसका छोटा भाई 24 वर्षीय शुभम 23 सितंबर 2018 को घर से बिना कुछ कहे चला गया था। वह कुछ समय से डिप्रेशन में था। शिखा ने बताया कि शुभम घर से कुछ पैसे लेकर निकला और फिर लौटकर नहीं आया। पुलिस में उसी दिन शाम को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई, लेकिन स्थानीय पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया है। सीसीटीवी फुटेज में लापता शुभम की लोकेशन अमृतसर बस स्टैंड तक की मिली है, लेकिन उसके बाद से कोई सुराग नहीं मिल रहा है। शिखा ने बताया कि शुभम ने घर से निकलने से पहले अपने एक मित्र के साथ उत्तराखंड में हरिद्वार व ऋषिकेश जाने की योजना तैयार की थी। रिजर्वेशन भी कराया था, लेकिन फिर इस यात्रा को उसने टाल दिया था। इसके कुछ दिनों बाद वह बिना कुछ कहे घर से निकल गया।
शिखा के अनुसार शुभम की कद काठी आम लड़कों से अलग है। वह छह फुट पांच ईंच लंबा होने के कारण अलग ही दिखता है। पत्रकारिता में स्नातक डिग्री करने के बाद शुभम चंडीगढ़ में जाॅब कर रहा था। इसी दौरान वह डिप्रेशन का शिकार हो गया था। घर छुट्टी पर आया था और इसी दौरान 23 सितंबर 2018 को अचानक बिना कुछ कहे घर से निकल गया। शिखा ने कहा कि लाख कोशिशों के बावजूद शुभम को लेकर अभी तक कोई घटना-दुर्घटना की खबर भी नहीं मिली है। उम्मीद और विश्वास है कि मेरा भाई जहां भी होगा सही सलामत होगा। इसी उम्मीद के साथ शहर-दर-शहर उसकी तलाश कर रही हॅंू। उत्तराखंड में उसके मिलने की उम्मीद इसलिए बंधी है कि शुभम को पहाड़ों और प्रकृति से लगाव था।
शिखा ने उत्तराखंड के लोगों से शुभम की तलाश में मदद करने की अपील की है। पिता अनिल मेहता ने कहा कि लापता शुभम का कोई भी सुराग मिलने पर हमें 9717006103 और 9915641663 मोबाइल नंबरों पर संपर्क किया जा सकता है। लापता का शुभम का सुराग देने वाले को ईनाम भी दिया जाएगा।