काशीपुर। काशीपुर की महिला शायरा बानो तीन तलाक के खिलाफ मुस्लिम महिलाओं की आवाज बनीं हैं। शायरा बनो तीन तलाक के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने वाली पहली पहली हैं और गुरूवार को हुई सुनवाई के बाद अब शायरा बानो को फैसले का इंतजार है।
डाक के जरिये मिला था तलाक
शायरा बानो का इलाहाबाद निवासी एक युवक के साथ अप्रैल 2002 में निकाह हुआ था और निकाह के कुछ साल बाद उन्हें दहेज उत्पीड़न का शिकार होना पड़ा। जिसके बाद शायरा बानो के पति ने उन्हें डाक के जरिये तीन तलाक दे दिया था। आपको बता दें कि शायरा बानो ने 23 फरवरी 2016 को तीन तलाक के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाई थी।