नई दिल्ली। 20 महीने पुराना कांग्रेस और राजद के साथ गठबंधन तोड़ कर भाजपा के साथ अपने पुराने सहयोगी एनडीए में वापस हुए नीतीश कुमार और उनकी पार्टी जेडीयू के नेता शरद यादव के स्वर लगातार बागी होते दिख रहे हैं। पहले ही वो गठबंधन तोड़कर एनडीए में नीतीश और जेडीयू की वापसी से नाशुख बताए जा रहे हैं। सूत्रों की माने तो बिहार के मुख्यमंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार और पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व वरिष्ठ नेता शरद यादव के बीच इन दिनों तनातनी का दौर जारी है।
कई बार सार्वजनिक तौर पर शरद यादव नीतीश कुमार के इस फैसले पर असंतोष जता चुके हैं। इसके साथ ही लगातार राजद के प्रमुख लालू प्रसाद यादव और कांग्रेस के साथ कई मुद्दों पर अपनी सहयोगी पार्टी एनडीए को घेर चुके हैं। ऐसे में एनडीए और जेडीयू के गठबंधन के बाद से पार्टी द्वारा जारी की गई व्हिप का शरद यादव ने कई बार उल्लंघन कर दिया है। माना जा रहा है कि जल्द ही शरद यादव पर नीतीश कुमार की कार्रवाई का डंडा चल सकता है।
माना जा रहा है कि पार्टी का व्हिप तोड़ने के चलते शरद यादव का निलंबित या निस्कासित किए जा सकते हैं। इसके साथ ही जेडीयू से राज्यसभा में सदन में प्रतिनिधितिव कर रहे शरद यादव को अब जेडीयू हटाकर नया नेता चुन सकती है। चूंकि शरद यादव ने कहा था कि नीतीश कुमार ने जेडीयू और कांग्रेस -राजद का गठबंधन तोड़ कर जनादेश को छला है मैं जनता के बीच यात्रा करूंगा और जहां जनता खड़ी होगी वहीं खड़ रहूंगा। उधर तेजस्वी और तेज प्रताप भी यात्रा निकाल रहे हैं। आज से शरद यादव की यात्रा भी है। ऐसे में साथ है कि शरद यादव के स्वर बगावती हो चुके हैं। इसके साथ ही शरद यादव ने आने वाली 17 तारीख को दिल्ली में समान विचार वाले नेताओं की एक बैठक भी बुलाई है।