जेडीयू से इस वक्त बागी चल रहे शरद यादव की राज्यसभा सदस्यता पर संकंट मंडरा रहा है। ऐसे में उनका कहना कहना है कि उनकी लड़ाई पद की नहीं बल्कि सिद्धांत और संविधान को बचाने की है। उनके अनुसार एक नोटिस उन्हें मिला है जोकि राज्यसभा सदस्यता खत्म करने के लिए है। उन्होंने कहा कि इस सब का वह जल्द ही अच्छा जवाब देने वाले हैं।
उन्होंने कहा कि इन कानूनी पहलुओं को उनके वकील हैंडल कर रहे हैं और वह संविधान की सुरक्षा के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम पहाड़ का सामना कर रहे हैं अगर इसमें चोट लगेगी तो लग लगेगी ही, उन्होंने यह सब राज्यसभा सदस्यता जाने के खतरे पर पूछे गए सवाल पर कहा है। उन्होंने कहा कि राज्यसभा सदस्यता बचाना उनके लिए छोटा सा काम है। उन्होंने कहा कि संसद की सदस्यता से उन्होंने पहले भी दो बार इस्तीफा दिया है।
शरद यादव ने कहा कि वह संविधान की सुरक्षा की राह पर हैं लेकिन उनके विरोधी अलग ही राह पर है। जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव ने मुख्यमंत्री पर भी तंज कसा। सीएम नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मित्र ने जह आरजेडी सुप्रीमो से महागठबंध बनाने की पहल की थी तब भी सीएम नीतीश आरोपों से मुक्त नहीं थे। उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार बिहार की जनता के साथ बहुत बड़ा धोखा किया है।