नई दिल्ली। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने स्वयं किसान होने का दावा करते हुए केंद्र की मोदी सरकार को किसानों के प्रति उदासीन करार दिया है। उन्होंने इसी उदासीनता को मंदसौर हादसे का कारण बताया है।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को पार्टी के 19वां स्थापना दिवस पर कहा, ‘मैं अपने सार्वजनिक भाषण लेखों में तथा इस क्षेत्र में कार्यरत मंत्रियों एवं नौकरशाहों के साथ अपनी व्यक्तिगत बैठकों के दौरान बार-बार कह चुका हूं, किसानों के प्रति उदासीनता अपनाने से देश में अप्रत्याशित समस्याएं एवं संघर्ष उत्पन्न हो सकते हैं।’
पवार ने मंदसौर हादसे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहां, ‘पुलिस ने मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले में विरोध प्रदर्शन करते हुए किसानों पर गोलियां चला दी। इस घटना के मैं 5 किसान मारे गए और कई गंभीर रूप से घायल हुए। सरकारी सूत्रों का कहना है कि विरोध प्रदर्शन करते किसान हिंसा पर उतर आये। ऐसे में भीड़ पर नियंत्रण करने के लिए पुलिस को गोलियां चलानी पड़ी।‘
पंवार ने मंदसौर हादसे की जांच की मांग की है। उन्होंने कहा विरोध प्रदर्शन करते यह किसान कर्ज के बोझ तले दबे हुए थे, उन्हें उत्पादन की लागत तक नहीं मिल रही है। यह पिछले कई महीनों से सरकार से राहत की मांग कर रहे थे। प्रदेश सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। इसलिए उन्हें विरोध की राह अपनानी पड़ी। किसान पिछले कई दिनों से भोजन और पानी के बिना सड़क पर संघर्ष करते रहे थे और अंत में वे उधर हो गए। एक के एक बात घटना होती है यह राज्य सरकार के लिए शर्मनाक बात है।
पवार ने कहा कि मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने उन किसानों पर गोली चलाई जिन किसानों ने उस राज्य को भोजन प्रदान किया। शिवराज सरकार ने किसानों के साथ बर्बरतापूर्ण व्यवहार किया।
वर्तमान सरकार के शासन में महाराष्ट्र समेत पूरे देश में बड़ी संख्या में किसानों ने आत्महत्या की है। लेकिन केंद्र की मोदी सरकार कान बंद करके बैठी है। उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने केंद्र सरकार को गत 3 वर्षों के दौरान किसानों की आत्महत्या से संबंधित विवरण देने को कहा था, इस पर सरकार ने अपने उत्तर में बताया कि विगत 3 वर्षों के दौरान प्रत्येक वर्ष 12000 किसानों ने आत्महत्या की है।
शान्ति के लिए शिवराज ने रखा उपवास
किसान आंदोलन के एक हफ्ते बीच जाने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तरफ से एक बड़ा फैसला सामने आया है। सीएम ने राज्य की शांती के लिए उपवास करने का ऐलान किया है। शिवराज सिंह चौहान शनिवार को उपवास करेंगे। सीएम भोपाल के दशहरा ग्राउंड में उपवास करने जा रहे हैं।
वही पुलिस ने किसान आंदोलन को लेकर कांग्रेस की कई सारे नेताओं पर हिंसा फैलाने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है। शुक्रवार को मध्यप्रदेश में 4 जगह से हिंसा हुई है। वही मुख्यमंत्री ने आंदोलन कर रहे किसानों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा है कि सरकार किसानों से बात करने के लिए तैयार है इसके लिए सभी रास्ते खोल दिए गए हैं।