जैसे-जैसे 2019 का चुनाव नजदीक आ रहा है, वैसे वैसे राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ रही हैं। आपको बता दें कि सारे विपक्षी पार्टी एक साथ मिलकर बीजेपी के खिलाफ मोर्चा संभाले हुए हैं, और उनकी
मंशा यह है की है की वो बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़े और बीजेपी को करारी शिकस्त दे।
इसी कड़ी में एनसीपी के शरद पवार ने यह कहां है 2019 के चुनाव के पहले तीसरा मोर्चा बनना व्यवहारिक नहीं है, और हमें इंतजार करना चाहिए। आपको बता दें कि शरद पवार का यह बयान विपक्ष को पसंद नहीं आया है। शरद पवार के इस बयान पर शिवसेना ने कहां है की गुरुजी अब बीजेपी के बोल बोलने लगे हैं। शिवसेना ये कयास लगा रही है कि पवार तीसरा मोर्चा बनने के खिलाफ हैं, और वो यह नहीं चाहते हैं की बीजेपी के खिलाफ सारे विपक्षी दल एक हो और बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़े।
अब जब सारे विपक्षी दल मिलना चाहते हैं और इस वक्त पवार ने ऐसा बयान दिया है तो यह बयान विपक्षी दलों को तो चुभेगा ही। अब देखना होगा की पवार का यह बयान राजनीतिक गलियारों में कितना उछलता है और बीजेपी को इससे क्या फायदा होता है।