नई दिल्ली: शनि और राहु का योग होने से व्यक्ति को जीवन में उतार-चढ़ाव होता रहता है। ऐसे में व्यक्ति को आर्थिक और पारिवरिक बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। आमतौर पर गोपनीय तरह की बीमारी होती है, जो ठीक तरह से पकड़ में नहीं आती है। इसके बाद इंसान की परेशानियां बढ़ती चली जाती हैं। कहा जाता है कि इस दिन भूलकर भी काले रंग के वस्त्रों का नियमित प्रयोग नहीं करना चाहिए। यही नहीं शनिवार को शाम को पीपल के नीचे सरसों के तेल के चार दीपक जलाने की सलाह दी जाती है। शनिवार को सरसों के तेल दान करना भी शुभ माना गया है। कहा जाता है इस दिन जल में गोमूत्र डालकर स्नान करने की सलाह दी जाती है।
विष योग (शनि+चन्द्र)
कहा जाता है कि इस इस योग के होने पर व्यक्ति को नशे की, शराब की और नशीली दवाओं की आदत हो जाती है। ऐसे में व्यक्ति कभी कभी अपराधिक संगति में पड़ जाता है और अगर दशा खराब आए तो व्यक्ति डिप्रेशन का शिकार होकर आत्महत्या के बार में भी सोचना लगता है। ऐसे में माना जाता है कि सोमवार का उपवास रखे की सलाह दी जाती है। यही नहीं इस दिन केवल दूध और जल का सेवन करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा रोजाना 108 बार “ॐ जूं सः माम पालय पालय” का जाप करने लाभकारी होता है।