नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने के मामले में एनडीए से अलग हुई तेलुगू देशम पार्टी के अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पत्र लिखा है। शाह ने नायडू को पत्र में ये बताया है कि केंद्र सरकार ने आंध्र प्रदेश के लिए पिछले चार साल में विकास के क्या-क्या काम किए है। इसी के साथ उन्होंने टीडीपी के एनडीए छोड़ने के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। चंद्रबाबू को अमित शाह ने पत्र लिखकर कहा कि ये निर्णय न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है बल्कि एकतरफा है। मुझे भय है कि ये निर्णय विकास की चिंता को लेकर नहीं बल्कि राजनीतिक है।
आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर एनडीए का साथ छोड़ दिया था। शाह ने लिखा कि आपको याद होगा की पिछली लोकसभा और राज्यसभा में जब आपका प्रतिनिधित्व बढ़िया नहीं था तब बीजेपी ने एजेंडा सेट किया। उस वक्त बीजेपी ने सुनिश्चित किया कि तेलुगू लोगों को दोनों राज्यों में न्याय मिले। उन्होंने लिखा कि आपको ये मालूम होगा, लेकिन आप ये मानेंगे नहीं कि केंद्र सरकार ने अपनी सारी जिम्मेदारियां पूरी की है। बीजेपी आंध्र के लोगों की सच्ची दोस्त और शुभचिंतक है।
एनडीए सरकार ने आंध्र के लिए केंद्र की सहायता दुगनी की है। टीडीपी ने मोदी सरकार के खिलाफ लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव दिया है. हंगामे की वजह से अभी तक अविश्वास प्रस्ताव चर्चा के लिए नहीं आ पाया है। अविश्वास प्रस्ताव पर टीडीपी को वायआरएस कांग्रेस और टीएमसी का समर्थन प्राप्त है। अमित शाह ने लिखा चंद्रबाबू जी आप जिस अन्याय की बात कर रहे हो वो कांग्रेस का पाप है। उन्होंने लिखा की आंध्र प्रदेश के विभाजन के लिए कांग्रेस ने मिसमैनेज किया और प्रदेश के प्रति संवेधनशीलता नहीं दिखाई।