रामपुर: उत्तर प्रदेश के अमरोहा जनपद के बावनखेड़ी की फांसी की सजा पाने वाली शबनम अपनी मौत की सजा को टालना चाहती है। इसके लिए शबनम ने यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के नाम एक और दया याचिका भेजी है।
शबनम के दो वकीलों ने रामपुर जेल अधीक्षक से मुलाकात करके उनको शबनम की राज्यपाल आनंदीबेन को संबोधित दया याचिका अर्जी दी है। गौरतलब है कि बावनखेड़ी गांव में अप्रैल, 2008 में शबनम ने प्रेमी सलीम के साथ मिलकर परिवार के सात सदस्यों को मौत के घाट उतार दिया था। शबनम की राज्यपाल को संबोधित दया याचिका में उसकी फांसी की सजा को माफ करने की मांग की गई है।
पहले खारिज की जा चुकी है दया याचिका
रामपुर जेल अधीक्षक ने बताया कि शबनम का प्रार्थना पत्र उसके दो अधिवक्ताओं ने दिया है, जो राज्यपाल को प्रेषित किया जा रहा है। जेल अधीक्षक पीडी सिलोनिया ने बताया कि यूपी राज्यपाल से दया की मांग का शबनम की यह दूसरी कोशिश है। पूर्व में उसकी दया याचिका राज्यपाल स्तर से खारिज हो चुकी है।
Shabnam, death row convict in Amroha murder case has filed a fresh mercy petition before UP Governor Anandiben Patel.
She had been convicted of killing seven members of her family after sedating them in April 2008.
— ANI UP (@ANINewsUP) February 19, 2021
बेटे ने राष्ट्रपति से लगाई थी गुहार
इससे पहले शबनम के 12 साल के बेटे ताज ने मां के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से माफी की गुहार लगाई थी। ताज ने कहा- ‘राष्ट्रपति अंकल… मेरी मां को माफ कर दीजिए।’ मीडिया को इस बात की जानकारी शबनम के दोस्त उस्मान ने दी।
रामपुर जेल में बंद है शबनम
आपको बता दें कि अप्रैल, 2008 में अमरोहा के बावनखेड़ी गांव में शबनम ने अपने प्रेमी सलीम के साथ मिलकर अपने परिवार के सात लोगों (पिता, मां, दो भाई, भाभी, बहन और मासूम भतीजे) की कुल्हाड़ी से रेतकर हत्या कर दी थी। जुलाई, 2010 में सेशन कोर्ट ने शबनम व सलीम को फांसी की सजा सुनाई थी। इसके बाद दोनों ने उच्च न्यायालय और सुप्रीम कोर्ट की शरण ली थी। मगर, दोनों न्यायालयों से याचिका खारिज करते हुए सेशन कोर्ट की सजा को बरकरार रखा गया था। बता दें कि वर्तमान में सलीम आगरा तो शबनम रामपुर जेल में बंद है।