इन दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी इजरायल दौरे में व्यस्त चल रहे हैं। पीएम मोदी की इजरायल यात्रा के कई सारे मायने हैं। पीएम मोदी ने भारत और इजरायल के कृषि, जल संरक्षण और अंतरिक्ष जैसे अन्य समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। पीएम मोदी का कहना है कि भारत और इजरायल की आतंकवाद को रोकने तथा रणनीति हितों के लिए कई सहमतियां बनी हैं। पीएम मोदी और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बीच हुई वार्तालाप के बाद कई सारे फैसले लिए गए हैं। दोनों ही देशों के बीच करोड़ों डॉलरों की औद्योगिक अनुसंधान एवं विकास के साथ साथ तकनीकि क्षेत्र में विकास के लिए हस्ताक्षर किए गए हैं।
पीएम मोदी अपनी हर यात्रा में आतंकवाद का मुद्दा उठाते हैं। आतंकवाद का मुद्दा उठाने के बाद वह सभी देशों को आतंकवाद रोकने के लिए एकजुट करना चाहते हैं। अपनी इजरायल यात्रा में भी पीएम मोदी ने आतंकवाद का मुद्दा उठाया। आतंकवाद के मुद्दे पर वार्तालाप करने के बाद दोनों ही देशों के प्रधानमंत्रियों के एक स्वर में आतंकवाद रोकने की आवाज उठी है।
परमाणु क्षेत्र में भी दोनों देशों की सहयोग की सहमति बनी है। इस क्षेत्र में जियो-लिया आप्टिकल लिंक तथा छोटे सैटेलाइट के लिए इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन में सहयोग के लिए कई एमओयू किए गए हैं। वही जल क्षेत्र में दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के बीच समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं। दोनों ही देश भारत के राज्यों में जलापूर्ति तथा जलसंक्षण में सुधार करेंगे। इस संबंध में पीएम मोदी ने कहा कि नवोन्मेषण, कृषि तथा जलसंरक्षण के क्षेत्र में इजरायल काफी अग्रणी देश है। वही कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए दोनों पक्ष तीन साल के भारत तथा इजरायल विकास सहयोग कार्यक्रम पर एकजुट हुए हैं। यह कार्यक्रम साल 2018 से 2020 तक चलने वाला है।
इस संबंध में पीएम मोदी ने कहा कि वैज्ञानिक तथा शोधकर्ता कई क्षेत्रों में लाभ के समाधान का विकास करना तथा निर्माण और क्रियान्वयन कर सकते हैं। इजरायल में पीएम मोदी ने कहा कि चार करोड़ डॉलर के दोनों देशों के इस समझौते से भारत को लक्ष्य हासिल करने में काफी मदद मिलने वाली है। पीएम मोदी ने दोतरफा व्यापार तथा निवेश से हमारे आधार की मजबूती होने की बात कही है। साथ ही पीएम मोदी ने इजरालयी प्रधानमंत्री के साथ इस दिशा में काम करने की सहमति बनने की बात कही है।