नई दिल्ली। देश में सस्ती शिक्षा को प्रोत्साहित करने की प्रतिबद्धता की बाद एक बार फिर केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर ने दोहराते हुए सरकार के लक्ष्य “स्वयं- एक सरल विकसित मंच” के जरिए 2 हजार पाठ्यक्रमों को ऑनलाइन कर इसकी सुविधा छात्रों और शोध विद्यार्थियों तक पहुंचना बताया है। उन्होने जानकारी देते हुए कहा कि वर्तमान समय में इसके जरिए अब तक 350 पाठ्यक्रम मौजूद करा दिए गये हैं। इसके साथ ही तकरीबन 60 हजार छात्रों ने इस स्वयं मंच के जरिए अपना पाठ्यक्रम भी पूरा किया है।
ये बातें मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आईआईटी में एक शिक्षक कार्यशाला के उद्घाटन समारोह को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होने कहा कि मोदी सरकार की इस नई पहल को एक नया चेहरा और नाम दिया है। जैसे एटीएम यानी एनी टाइम मनी उसी तरह एटीएल यानी एनी टाइम लर्निंग। उन्होने अपनी बात रखते हुए कहा कि किसी कार्यक्रम की पहले आधारशिला रखी जाती है फिर उसका उद्घाटन होता है और उसके बाद उसका उपयोग। लेकिन स्वयं में काम शुरू होते ही उपयोग हो रहा है।
प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि आज मुझे स्वयं से शिक्षा के क्षेत्र में जुड़े एक नये आयाम को देखकर खुशी हो रही है। इस कॉनसेप्ट के जरिए कभी भी किसी भी वक्त आप अपने किसी भी विषय की शिक्षा बिना कॉलेज और स्कूल विश्वविद्यालय गये प्राप्त कर सकते हैं। एक शोध के लिए भी ये स्वयं सबसे कारगर उपाय है। फुर्सत के समय में आप पढ़ सकते हैं, लेक्चर सुन सकते हैं, जो आशंकाएं हैं उन्हे पूछ सकते हैं। इसके जरिए इंटरएक्शन भी होगा, फिर टेस्ट होगा और पास होने पर प्रमाण पत्र भी मिलेगा। यानी शिक्षा के क्षेत्र में एक नया अध्याय मिल गया है या जुड़ गया है।
कार्यक्रम में केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली भी मौजूद थे। एक हफ्ते चलने वाले इस प्रशिक्षण शिविर में वित्त मंत्रालय के मुख्य आर्थिक सलाहकार डॉ. अरविंद सुब्रह्मण्यम प्रशिक्षिणार्थियों को भारतीय अर्थव्यवस्था एवं आर्थिक नीति के बारे में बताएंगे। इस हफ्ते भर चलने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम की थीम ‘कंटेम्परिज थीम्स ऑफ इंडियाज़ इकानॉमिक डेवेल्पमेंट एंड इकानॉमिक सर्वे’ रखी गई है। रविवार से शुरु हुआ यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 17 जून तक चलेगा।