जम्मू कश्मीर से रवि कुमार की रिपोर्ट
कश्मीर के अनंतनाग जिले के कोकरनाग क्षेत्र के सुदूरवर्ती गांव वांगम से ताल्लुक रखने वाली सामाजिक कार्यकर्ता सेहर इकबाल को प्रतिष्ठित ऑक्सफोर्ड-वानाकसेट वीमेन स्कॉलरशिप 2020-21 से सम्मानित किया गया है। सेहर यह प्रतिष्ठित छात्रवृत्ति अर्जित करने वाली पहली कश्मीरी महिला हैं ।
सेहर इकबाल को उनके नेतृत्व कौशल, पुरस्कार और शैक्षणिक उपलब्धियों के माध्यम से प्रदर्शित शैक्षणिक उत्कृष्टता के आधार पर यह छात्रवृत्ति मिली है।
कोकेरनाग के सुदूरवर्ती गांव वांगम में रहने वाली सेहर इकबाल खांडे को कश्मीर, ब्रिटेन, ताजिकिस्तान और बांग्लादेश में 15 साल का कार्य अनुभव है। उन्होंने तमिलनाडु में 2004 में आई सुनामी, 2005 में तंगधार और उरी में भूकंप, 2007 में बांग्लादेश में SIDR चक्रवात, उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर सांप्रदायिक दंगे, 2014 में बाढ़ और हाल ही में जम्मू कश्मीर के दोनों डिवीज़न में लॉकडाउन के दौरान काम किया है।
सेहर 2012 में एशिया सोसाइटी के इंडिया पाकिस्तान रीजनल यंग लीडर्स इनिशिएटिव के संस्थापक वर्ग की फेलो हैं। सेहर इकबाल ने आगा खान फाउंडेशन, यूरोपियन कमीशन, रेड क्रॉस और रेड क्रिसेंट सोसाइटी के इंटरनेशनल फेडरेशन के साथ भी काम किया है। लेकिन 2011 में एक कार दुर्घटना में अपने भाई की दुखद मौत के बाद सेहर ने अपने भाई की याद में एक एनजीओ, द साजिद इकबाल फाउंडेशन फॉर पीस एंड ह्यूमन राइट्स शुरू किया जो मुख्य रूप से जम्मू और कश्मीर में काम करता है।
2011 के बाद से, सेहर के एनजीओ ने रक्तदान शिविरों लगाए और सार्वजनिक अस्पतालों में पावर बैक सिस्टम भी डोनेट किये हैं। इसके साथ ही दुर्घटना में पीड़ित लोगों को मुफ्त कानूनी सहायता और व्हीलचेयर प्रदान की, बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री पहुंचाई, महिलाओं के लिए शिल्प-आधारित सेल्फ हेल्प ग्रुप बनाये और बेरोजगार लोगों की मदद की।
लॉकडाउन के समय में सेहर ने विभिन्न अस्पतालों में वेंटिलेटर और पीपीई किट प्रदान किए हैं और कश्मीर में लॉकडाउन में 5000 से अधिक परिवारों तक मदद पहुंचाई है।
सेहर ने इस कामयाबी का श्रेय अपनी माँ कनीज़ फातिमा को दिया जो जम्मू-कश्मीर की पहली महिला न्यायाधीशों में से एक थीं। इसके अलावा सेहर ने अपने शिक्षकों जिनमे परवीना अहंगर और प्रोफ़ेसर जीन ड्रेज़ (जिसके तहत उन्होंने अपनी पहली पीएचडी पूरी की है) को भी इस का श्रेय दिया है. उन्होंने ने कहा की उनके लिए उनका सबसे बड़ा सप्पोर्ट कश्मीर के लोग हैं जिन्होंने उनके काम के लिए बढ़ चढ़ कर डोनेशन दी है।
सेहर इकबाल सितंबर 2020 में उक्त बिजनेस स्कूल में भाग लेंगी।