रुद्रप्रयाग। पंचकेदारों में शामिल द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर की उत्सव डोली मद्महेश्वर धाम के लिए रवाना हो गई है और ये डोली विभिन्न पड़ावों से होते हुए रात्रि विश्राम के लिए रांसी पहुंची है। 18 मई को वैदिक मंत्रोच्चारण एवं पौराणिक रीति रिवाजों के साथ द्वितीय केदार के कपाटों को आम श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे और ग्रीष्मकाल के 6 महीने तक यहां पर ही बाबा प्रवास करेंगे। मंगलवार को ओंकगारेश्वर मंदिर में सुबर करीब साढ़े छह बजे पूजा अर्चना के बाद स्थानीय भक्तों ने मंदिर पहुंचकर भगवान के दर्शन किए।
भक्तों ने भगवान की उत्सव डोली का मंगोलचारी, पाली फांफज, मनसूना, राऊलैंक समेत कई जगहों पर अक्षतों से जोरदार स्वागत किया। आपको बता दें कि 17 मई को जोली रांसी से प्रस्थान कर रात्रि विश्राम के लिए सीमांत गांव गौंडार पहुंचेगी जिसके बाद 18 मई सुबह करीब 7 बजे मद्महेश्वर धाम पहुंचेगी जिसके बाद मंत्रोच्चारण और रीति रिवाजों के साथ मंदिर के कपाट आम लोगों के लिए खोल दिए जाएंगे।