नई दिल्ली। आखिरकार गुरमीत राम-रहीम के आश्रम का सर्च अभियान शुरू हो गया। दो दिन पहले इस बारे में हाईकोर्ट ने पूर्व न्यायधीश की निगरानी में डेरे के भीतर तलाशी अभियान चलाने के बारे में आदेश दिया था। गुरूमीत राम-रहीम इन दिनों रोहतक की सोनारिया जेल में डेरे में दो साध्वियों के साथ 15 साल पहले हुए बलात्कार के मामले में 10-10 साल की कैद में हैं। आदेश जारी होने के बाद कोर्ट की ओर से नियुक्त कमिश्नर ए के एस पंवार गुरूवार को ही सिरसा पहुंच गए। इस दौरान उन्होने ने अधिकारियों के साथ मीटिंग कर इस अभियान को चलाने के लिए रणनीति बनाई।
जिसके बाद आज आश्रम में सर्च अभियान की शुरूआत हो गई है। इस पूरे अभियान में सुरक्षाबलों की तैनातगी ने सिरसा को छावनी में तब्दील कर दिया है। क्योंकि बीते दिनों डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम-रहीम को पंचकूला की विशेष सीबीआई कोर्ट ने दो साध्वियों के साथ बलात्कार के मामले में आरोपी घोषित किया था। इसके बाद सिरसा समेत कई जिलों और कई प्रदेशों में हिंसा की आग भड़क गई थी। इसके बाद बाबा को जेल में भी कोर्ट लगाकर सजा सुनानी पड़ी थी। इसके बाद डेरे की गतिविधियां शक के दायरे में आने लगी थी। इसके साथ ही बाबा के कुछ और कालेकारनामों को लेकर कई चर्चाओं का दौर शुरू हो गया था। इस मामले में बार-बार डेरे में सर्च ऑपरेशन कर बाबा के कई रहस्यों से पर्दा उठाने की मांग होने लगी थी।
इस मामले में हाईकोर्ट ने बीते बुधवार को एक आदेश देते हुए एक सेवानिवृत न्यायधीश की देखरेख में डेरे में सर्च ऑपरेशन चलने का आदेश दिया था। जिसके मद्देनजर गुरूवार को सिरसा स्थित डेरे के मुख्यालय में सर्च ऑपरेशन को सेवानिवृत न्यायधीश अनिव पंवार की देखरेख में शुरू होना था। इस मामले में नियुक्त हुए कोर्ट कमिश्नर गुरूवार को ही यहां पहुंच गए लेकिन इस ऑपरेशन को शुरू करने के पहले उन्होने अधिकारियों के साथ बैठक की हालात और सुरक्षा की स्थितियों का जायजा लिया फिर अपनी रणनीति साझा की। इसके बाद शुक्रवार सुबह से इस सर्च ऑपरेशन का आगाज हो गया है।
इसके मद्देनजर प्रशासन ने अपनी चाक-चौबंद व्यवस्थाएं की हैं। प्रशासन ने इस काम के लिए 60 अधिकारियों की टीम बनाई है। इस काम के लिए 6 जेसीबी मशीने और ताले तोड़ने के लिए 20 से अधिक लोहार और बुलेट प्रूफ गाड़ियां, क्रेन फॉयर ब्रिगेड की गाडियों के साथ डॉग स्क्वॉड की टीमें लगाई गई हैं। इसके साथ ही इस दौरान पत्थरबाजी हिंसा की वारदातों से निपटने के लिए अर्द्ध सैनिकों की टुकड़ियां लगाई गई हैं। इस सर्च ऑपरेशन की फुल विडियोग्राफी का भी इंतजाम किया गया है। जिसके लिए प्रशासन ने 60 से अधिक एचडी कैमरों की व्यवस्था भी की है।