पटना। बिहार में तब्लीगी जमात ने संक्रमण का खतरा बढ़ा दिया है। तब्लीगी जमात में शामिल होकर आने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को उत्तर बिहार के जिलों में तीन दर्जन ऐसे लोग चिह्नित किए गए हैं जो विभिन्न तारीखों में तब्लीगी जमात में शामिल हुए थे। उसके अलावा जमुई जिले में ऐसे 13 लोग चिह्नित किए गए हैं। सभी जिलों को इसके लिए अलर्ट कर दिया गया है। मंगलवार को राज्य के विभिन्न जिलों से 28 ऐसे लोगों को चिह्नित किया गया था जो तब्लीगी मरकज में शामिल होकर लौटे थे।
बुधवार को इसको लेकर सभी जिलों की पुलिस मस्जिदों और मदरसों के साथ कई अन्य इलाकों में ऐसे लोगों की तलाशी में जुटी रही। कई मस्जिदों और मदरसों में छापेमारी भी की गई। मुजफ्फरपुर के विभिन्न इलाकों से 15 ऐसे लोग चिह्नित किए गए हैं जो फरवरी और मार्च में तब्लीगी मरकज में शामिल हेाकर लौटे हैं। मुजफ्फरपुर के डीएम चन्द्रशेखर सिंह ने बताया कि मेडिकल टीम पूरी तरह से उन लोगों पर नजर रख रही है। सेल्फ क्वारंटाइन किया जा रहा है। वहीं, दरभंगा के गौड़ीगौराम प्रखंड में गुप्त सूचना के आधार पर दो लोगों को चिह्नित किया गया। दोनों में लक्षण भी मिले हैं। दोनों को डीएमसीएच में भर्ती कराया गाय है। वहीं, पूर्वी चंपारण के चार लोग निजामुद्दीन में मरकज में शामिल हुए थे।
इनमें ढाका के मो. इरफान, रामगढ़वा थाने के आमोदेई का हारुन मियां, चिरैया का अशरफ अली व आदापुर के अवरइया का नजीर मियां शामिल हैं। मो. इरफान के सहारनपुर में होने की सूचना है। वहीं, चिरैया के अशरफी अली को पुलिस तलाश रही है। रामगढ़वा के हारुन मियां व आदापुर के नजीर मियां के बारे में पुलिस पता लगा रही है। एसपी नवीन चंद्र झा ने बताया कि सबकी मेडिकल जांच कराई जाएगी। पश्चिम चम्पारण के चार लोग नेपाल से निजामुद्दीन गए थे। पश्चिमी चंपारण के डीएम कुंदन कुमार ने बताया कि ये लोग बगहा, लौरिया व बेतिया नगर थाना क्षेत्र के हैं। सबके बारे में पता लगाया जा रहा है।