लखनऊ। राजधानी के हजरतगंज स्थित एक निजी होटल में गुरूवार को राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसके तहत राज्य स्तरीय मीडिया संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह मौजूद रहे।
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न जिलों से करीब 150 लोग वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम से जुड़े रहे।
इस दौरान प्रदेश सरकार के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने लोगों को संबोधित करते हुये कहा कि कोरोना काल में कोरोना के मरीजों को खोजने के साथ ही दस्तक अभियान के तहत टीबी मे मरीजों को भी तलाशने का काम जारी रहा, दस्तक अभियान के तहत आशा लगातार विभिन्न परिवारों में जाकर,टीबी के मरीजों को खोजने का काम करती रहीं। उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य महकमे से जुड़े लोगों ने बहुत अच्छा कार्य किया। जिसकी चर्चा हर जगह हुयी। इस दौरान उन्होंने कहा कि साफ-सफाई व्यवस्था दुरूस्त रखने,उचित कूड़ा प्रबंधन की व्यवस्था के चलते कोविड टाइम में डेंगू,जेई तथा अन्य संक्रामक बीमारियों से लोगों की सुरक्षा हुयी।
योजनायें बेहतर भविष्य के लिए
स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए जनता सरकार से अपेक्षा करती है। उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में जितनी भी सरकारी योजना चल रही है। वह कहीं न कहीं बेहतर महिला हो या पुरूष उसके बेहतर स्वास्थ्य व भविष्य के लिए है। उन्होंने कहा कि जो भी योजना है वह लोगों के भविष्य को ध्यान में रख ही बनायी गयी हैं। उन्होंने उदाहरण के तौर पर कहा कि कन्या सुमंगल योजना से लेकर संस्थागत प्रसव तथा टीकाकरण अभियान तक बेहतर भविष्य तथा स्वास्थ्य के लिए ही योजना है।
उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा है कि साल 2025 तक टीबी का उन्मूलन हो जाये। इसलिए ही समय सीमा भी निर्धारित कर दी गयी है।