देश के जाने माने वैज्ञानिक तथा पद्मा विभूषण से सम्मानित प्रोफेसर यशपाल का निधन हो गया है। 90 साल की उम्र में प्रोफेसर यशपाल का निधन बीती रात दिल्ली से सटे नोएडा में हुआ है। प्रोफेसर यशपाल भारत के काफी प्रसिद्ध वैज्ञानिक थे जिन्हें पद्मा विभूषण समेत कई अलग अलग सम्मान से नवाजा गया था। अपने जीवन में वह कई महत्वपूर्ण पदों पर विराजमान हुए। वह योजना आयोग में मुख्य सलाहकार, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग में अध्यक्ष तथा विज्ञान और टैक्नोलॉजी विभाग में सचिव थे।
उनका जन्म साल 1926 में हुआ था। प्रोफेसर यशपाल ने साल 1949 में भौतिकी में पंजाब विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री ली थी। जिसके बाद उन्होंने साल 1958 में मैसाच्यूसेट्स इस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से संबंधित विषय पर पीएचडी भी की थी। प्रोफेसर यशपाल विज्ञान की भाषा को सरल शब्दों में लोगों तक पहुंचाने के लिए काफी प्रसिद्ध हुए थे। उन्होंने दूरदर्शन पर चर्चत विज्ञान कार्यक्रम टर्निंग प्वाइंट में अपनी भागीदारी दी थी।
प्रोफेसर यशपाल को कौसमिक किरणों पर अपने अध्ययन के लिए भी पहचाना जाता था। टीवी पर विज्ञान से जुड़े हुए कार्यक्रमों में अक्सर लोगों को नजर आते रहे हैं। प्रोफेसर यशपाल साल 2007 से लेकर 2012 तक देश के बड़े विश्व विद्यालयों में वाइस चांसलर भी रहे हैं। जिसमें साल 2009 में विज्ञान को बढ़ावा देने के लिए उनकी अहम भूमिका को देखते हुए उन्हें UNESCO कलिंग सम्मान के नवाजा गया था। वही टीवी पर प्रसारित होने वाले शो टर्निंग प्वॉइंट से वह काफी चर्चे में आए थे। उसके बाद से सभी लोग उन्हें पहचानने लग गए थे।