सूर्य के वायुमंडल में हुए एक छेद की वजह से आज पृथ्वी से एक सौर तूफान टकरा सकता है। सूर्य के वायुमंडल में हुए इस छेद से गैसीय पदार्थ निकल रहे हैं, जो तेज सौर हवाओं के साथ मिलकर G1-श्रेणी का सौर तूफान बना रहे हैं।
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यह गैसीय पदार्थ सूर्य के वातावरण में बने एक दक्षिणी छिद्र से बह रहा है। NOAA के मुताबिक आज मामूली G1 श्रेणी के भू-चुंबकीय तूफान के पृथ्वी से टकराने की संभावना है। NOAA ने चेतावनी दी है कि इसी के साथ पृथ्वी पर तेज गति की सौर हवा प्रवेश कर सकती है।
अमूनन G-1 श्रेणी के इन तूफानों को सबसे कम हानिकारक माना जाता है। वैज्ञानिकों ने ऐसे सौर तूफानों को G1 से G5 के बीच कैटिगराइज किया हुआ है। G-5 श्रेणी के तूफान को सबसे शक्तिशाली और विनाशकारी माना जाता है। हालांकि G-1 श्रेणी का यह तूफान अधिक नुकसान नहीं पहुंचा सकता है, लेकिन इससे हमारे बिजली ग्रिड के निष्क्रिय होने और सैटेलाइट्स को नुकसान पहुंच सकता है।
वैज्ञानिकों के अनुसार इस सौर तूफान के चलते कनाडा और अलास्का के आसमानों में ध्रुवीय प्रकाश दिखने की उम्मीद है। औरोरा एक आकर्षक प्रकाश होता है, जो सौर तूफानों की वजह से दिखाई पड़ता है। यह तूफान सूर्य पर प्रत्येक 11 वर्षों के बाद होने वाले एक विस्फोट के बाद आता है। भारतीय समय अनुसार सोमवार को सुबह 4 बजे के आसपास सूर्य पर यह तेज विस्फोट हुआ था, जिसके कारण अब नया सोलर तूफान पैदा हुआ है।