हिमाचल में मंत्रिमंडल की बैठक हुई। जिसमें कई अहम निर्णय लिए गए है। कैबिनेट में कोरोना की तीसरी लहर को लेकर सरकार ने 4 सिंतबर तक स्कूलों को बंद करने का फ़ैसला लिया है। हिमाचल शिक्षा विभाग में सरकार नोकरियों का पिटारा खोलने जा रही है। शिक्षा विभाग के विभिन्न श्रेणियों में 4000 पदों को भरने पर मोहर लग गई है। शिक्षा विभाग में ड्राइंग शिक्षकों के 820 पदों और शारीरिक शिक्षा अध्यापकों के 870 पदों सहित शिक्षकों की विभिन्न श्रेणियों के 4000 पदों को भरने का निर्णय लिया गया।
वहीं विद्यार्थियों को उनके घर के पास गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए इन 4000 पदों में से 2640 पद प्रारम्भिक शिक्षा विभाग जबकि 1360 पद उच्चतर शिक्षा विभाग में अनुबंध आधार पर भरे जाएंगे। बैठक में फैसला किया गया कि शिक्षकों के विभिन्न पद बैच आधार पर जल्द भरे जाएंगे।
बता दें कि JBT के समकक्ष योग्यता रखने वाले NRSTI अनुदेशकों को ग्रामीण विद्या उपासकों में परिवर्तित करने पर निर्णय लिया गया है। शिमला जल आपूर्ति और मल निकासी परियोजना के मुख्य उद्देश्य वर्ष 2050 तक पानी की मांग को पूरा करने के लिए सतलुज नदी से अतिरिक्त 67 एमएलडी के साथ शिमला जल आपूर्ति में संवर्द्धन, विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण कुफरी, शोघी, घणाहट्टी और अतिरिक्त योजना क्षेत्र के लिए 2050 तक शिमला नगर निगम क्षेत्र में सभी घरेलू और व्यवसायी उपभोक्ताओं के लिए सप्ताह भर 24 घंटे जलापूर्ति और शिमला नगर निगम क्षेत्र में बेहतर मलनिकासी सेवाएं प्रदान करना है। बैठक के दौरान राज्य में कोविड-19 की स्थिति और संभावित तीसरी कोरोना लहर से प्रभावी ढंग से निपटने की तैयारियों पर भी प्रस्तुति दी गई।