लखनऊ। उत्तर प्रदेश फतेहपुर जिले के बेंती सादात गाँव निवासी मनोज कुमार का बेटा जो की कक्षा 6 का छात्र हैं। गाँव में स्थिति प्राइमरी पाठशाला में शिक्षा ग्रहण कर रहा। तो वही शाजिया जो की कक्षा 3 की छात्रा हैं यह भी इसी विद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर रही। रोज की तरह आज भी दोनी विद्यालय पढ़ने गए थे माध्यान्त भोजन के समय यह दोनों छात्र और छात्रा विद्यालय से अपने घर के लिए निकले रास्ते में संतोष कुमार का मकान जो की कच्चा और पुराना होने के कारण हो रही बारिश के चलते आज अचानक उसकी दीवार दोनों छात्रों के ऊपर गिर गयी।
उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया
फतेहपुर में शिक्षा का स्तर जानने के लिए प्राथमिक विद्यालय का औचक निरिक्षण कर डीएम ने लगाई पाठशाला
वहीं आस पास के राहगीर से लेकर ग्रामीणों को जरा भी देर किये दोनों को मलवे बाहर निकालकर सरकारी 108 एम्बुलेंस की सहायता से उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया जहा पर उनका इलाज चल रहा हैं। इस बारे में गाँव के प्रधान सरफराज हुसैन ने बताया की विद्यालय में इंटरवल हुया था। यह बच्चे अपने घर जा रहे थे। तभी इनके ऊपर दीवार गिर गयी। ग्रामीणों ने निकाला और गाडी से इनको जिला अस्पताल लाये एक बच्चे का हाथ टूट गया हैं। दुसरे के फ्रेक्चर हैं और एक दाँत टूट गया हैं दोनों का उपचार हो रहा हैं। वही घायल छात्रा से बात की गयी तो बताया की घर खाना खाने जा रहे थे। इसके बाद बोलने में असमर्थ हो गयी।
साथ ही इस बारे में जिला अस्पताल के डाक्टर से बात की गयी तो उन्होंने बताया की यहां एक छात्र और एक छात्रा आयी हैं घायल अवस्था में जिनको चोटे आयी हैं। इलाज चल रहा हैं।दोनों की हालत अभी ठीक नहीं है। इस बारे में जब बेसिक शिक्षा अधिकारी से बात करनी चाहि तो उन्होंने फोन नहीं उठाया न ही अपने ऑफिस में मिले। अब सवाल यह उठता है की आखिर छात्रों को स्कूल में हुवे लन्च के समय घर क्यों जाना पड़ा जब की स्कूल में ही मिडडेमील की ब्यवस्था होनी चाहिए थी।