जहां एक तरफ पूरी दुनिया को कोरोना की महामारी में उलझाकर दुनिया पर फतेह करने के सपने देख रहा चीन अपने ही जाल में बुरी तरह से फंस चुका है। यही कारण है कि, चीन अपने अपने लोगों को भारत से निकल रहा है। अब आप भी सोच रहे होंगे कोरोना महामारी के बीच अचानक से चीन ने ये फैसला क्यों लिया है तो आपको बता दें, लद्दाख विवाद के बीत भारत की तरफ से एक से बढ़कर एक बड़ी कार्रवाई होने के बाद चीन ने ये फैसला लिया है।
सोशल मीडिया पर चीन के इस कदम को लेकर कई तरह की बातें हो रही हैं। कई लोग ट्विट करते हुए चीन के द्वारा अपने लोगों को भारत से बुलाने की खबर को लिख रहे हैं। उन्हीं मे से एक ट्विट अशोक स्वान नाम के व्यक्ति ने करते हुए चीन के इस कदम की जानकारी दी है। हालाकि अभी तक इस मुद्देे पर न तो भारत की तरफ और न ही चीन की तरफ से स्पष्ट रूप से जानकारी दी गई है।
आपको बता दें, पूर्वी लद्दाख में बीते एक महीने से चल रहे तनाव के बीच भारतीय सेना चीन के साथ आने वाले समय में फिर से बातचीत करने जा रही है। यह बैठक चुशूल में अगले कुछ दिनों के अंदर हो सकती है। इसके लिए सेना ने पूरी तैयारी कर ली है। ‘चुशूल में सैन्य दल के सदस्य चीन के साथ बातचीत करने को तैयार हैं।’ सरकारी अधिकारियों और सेना के मुख्यालय से सैन्य टीम को बैठक को लेकर दिशा-निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा था कि चीन के साथ वार्ता सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर जारी है। 6 जून की वार्ता बहुत सकारात्मक थी और दोनों देशों ने एक-दूसरे को आश्वस्त करते हुए जारी तनाव को सुलझाने के लिए वार्ता जारी रखने पर सहमति व्यक्त की है। उन्होंने कहा था, ‘देश का नेतृत्व मजबूत हाथों में है और हम भारत के गौरव और स्वाभिमान से कोई समझौता नहीं करेंगे।’
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तो वहीं, भारत ने चीन के साथ सीमा विवाद और उससे निपटने के प्रयासों पर अपने परंपरागत मित्र देश रूस और प्रमुख रणनीतिक साझेदार अमेरिका को भरोसे में लिया था। भारत ने बैठक के बाद इससे जुड़ी हुई जानकारी से दोनों देशों को अवगत कराया था। ताकि आने वाले समय में चीन की तरफ से की जा रही मनमानी को रोका जा सके।