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सहारा ग्रुप की एंबी वैली प्रॉपर्टी की नीलामी के सुप्रीम कोर्ट ने दिए आदेश

Sahara सहारा ग्रुप की एंबी वैली प्रॉपर्टी की नीलामी के सुप्रीम कोर्ट ने दिए आदेश

सुप्रीम कोर्ट ने सहारा समूह द्वारा तय समय पर सुप्रीम कोर्ट में रकम जमा न करने पर एंबी वैली की प्रॉपर्टी की नीलामी के आदेश दिए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने सहारा प्रमुख सुब्रत राय को 28 अप्रैल को कोर्ट में पेश होने का निर्देश दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने आफिशियल लिक्विडेटर की नियुक्ति का आदेश दिया है। आफिशियल लिक्विडेटर नीलामी प्रक्रिया को शुरू करेगा। आपको बता दें कि सहारा समूह ने एंबी वैली की कीमत 34 हजार करोड़ रुपए लगाई है।

Sahara सहारा ग्रुप की एंबी वैली प्रॉपर्टी की नीलामी के सुप्रीम कोर्ट ने दिए आदेश

पिछले छह अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने सहारा समूह को चेतावनी दी थी कि अब उन्हें कोई राहत नहीं दी जा सकती है । उन्हें पहले बहुत समय दिया जा चुका है । अगर तय समय पर 5092.46 करोड़ रुपए जमा नहीं किए गए तो एंबी वैली को नीलाम कर दिया जाएगा । हम 13 अप्रैल की समय सीमा नहीं बढ़ाएंगे। सहारा समूह ने कोर्ट से आग्रह किया था कि संपत्ति बेचने की प्रक्रिया चल रही है। पैसे जमा करने की समय-सीमा बढ़ाने की अनुमति दी जाए।

पिछली सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि अगर 17 अप्रैल तक 5092.46 रुपये नहीं जमा कराए गए तो एंबी वैली को बेच दिया जाएगा । सुप्रीम कोर्ट ने अपने पहले के आदेश में संशोधन करते हुए कहा कि ये पैसे सहारा सेबी-सहारा अकाउंट में जमा नहीं किए जाएंगे बल्कि ये सुप्रीम कोर्ट की रजिस्ट्री में जमा किए जाएंगे। सुप्रीम कोर्ट ने अमेरिकी कंपनी एमजी कैपिटल को लंदन के न्यूयॉर्क होटल खरीदने के लिए साढ़े सात सौ करोड़ रुपये जमा करने की अनुमति दे दी।

पिछले 28 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट ने सुब्रत राय की पेरोल अवधि बढ़ा दी थी और सहारा समूह को आदेश दिया था कि वो 13 अप्रैल तक 5092.46 करोड़ रुपये जमा करें। सुप्रीम कोर्ट ने सहारा की इस अर्जी को खारिज कर दिया था कि उसे रकम चुकाने के लिए छह माह का समय दिया जाए।

सहारा समूह ने 15 संपत्तियों की सूची कोर्ट को सौंपी थी जो बेचने के लायक हैं। इस पर सेबी ने कहा कि सूची में जो दो संपत्तियां दी गई हैं उन्हें बेचने की कोशिश की गई थी लेकिन वो नहीं बिकीं। अब सहारा को खुद ही इसे ई-ऑक्शन के जरिये बेचने की इजाजत दी जाए। तब सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम नहीं चाहते कि सहारा इसे बेचे, इसे आप ही ( सेबी ) ही बेचिए।

एमिकस क्युरी शेखर नफड़े ने कहा था कि सेबी का जमीन बेचने का अनुभव संतोषजनक नहीं रहा। उसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने सहारा को अपनी संपत्ति बेचकर 17 अप्रैल तक 5092.46 करोड़ रुपये जमा करने की अनुमति दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि आप कोई भी संपत्ति सर्किल रेट के 90 फीसदी से कम पर नहीं बेच सकते। सुप्रीम कोर्ट ने ये भी कहा था कि अगर सहारा समूह 10 अप्रैल तक 5092.46 करोड़ रुपये की रकम का अधिकांश जमा कर देता है तो कोर्ट उन्हें संपत्ति बेचने की मियाद बढ़ाने की अनुमति दे सकती है।

आपको बता दें कि छह फरवरी को सुप्रीम कोर्ट ने सहारा समूह की प्रमुख संपत्ति एंबी वैली को अटैच करने का आदेश दिया था। मुंबई के समीप लोनावाला में स्थित एंबी वैली 39 हजार करोड़ रुपये की संपत्ति बतायी जाती है। सुप्रीम कोर्ट ने सहारा समूह से उन संपत्तियों की सूची मांगी थी जिन पर कोई कर्ज या मुकदमा नहीं हो और जिन पर बाजार में नीलामी के लिए बोली लगाई जा सके। इसी आदेश के बाद सुप्रीम कोर्ट ने 15 संपत्तियों की सूची कोर्ट को सौंपी।

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