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सावन का तीसरा सोमवार है बहुत खास, बन रहे हैं शुभ संयोग

खास है सावन का तीसरा सोमवार सावन का तीसरा सोमवार है बहुत खास, बन रहे हैं शुभ संयोग

नई दिल्ली।  सावन के महीने में भगवान शिव की महिमा अपरंमपार होती है। यूं तो इस महीने में पड़ने वाले सभी सोमवार का काफी महत्व होता है। लेकिन सावन के तीसरे सोमवार का महत्व काफी अधिक बढ़ जाता है। सावन का तीसरा सोमवार 13 अगस्त यानि की आजल के ही दिन है, इस दिन बेहद शुभ संयोग बनने जा रहा है। इस संयोग में पूजा करने से भगवान हर मनोकामना पूरी करते हैं।

शास्त्रों में बताया जाता है कि सावन में भक्त और भगवान के बीच की दूरी कम होती है, अन्य दिनों की अपेक्षा सावन में सच्चे मन सी की गई भोलेनाथ की पूजा विशेष फलदायी होती है। तीसरे सोमवार के दिन बन रहे विशेष संयोग से आप आसानी से भगवान शिव और माता पार्वती का आशीर्वाद पा सकते हैं।

सावन का तीसरा सोमवार
सावन का तीसरा सोमवार

एकसाथ करें शिव, पार्वती की पूजा

  • सावन के तीसरे सोमवार में अगर आप भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा को एकसाथ करते हैं तो आपका वैवाहिक जीवन काफी अच्छा होता है और कोई भी परेशानी नहीं होती है।
  • शिवपुराण में बताया गया है कि सावन के महीने में ही भगवान शिव ने माता पार्वती की तपस्या से प्रसन्न होकर पत्नी रूप में स्वीकार करने का वरदान दिया था। शिव जी ने कहा है कि अगर भक्त सच्चे मन से सावन के महीने में संसार की भलाई के लिए पूजा करेगा उसकी सभी मनोकामनाएं मैं पूरी करूंगा।
  • इस दिन आप भगवान शिव के तीनों स्वरूप नील कंठ, नटराज और महामृत्युंजय की पूजा और उपासना करें। साथ ही इनका जप करें। इनके स्वरुप से शत्रु, षडयंत्र, तंत्रमंत्र आदि का असर नहीं होता। इनसे आपको ज्ञान, कला, संगीत, अभिनय के क्षेत्र में सफलता मिलती है। इस दिन आप शिवलिंग पर बेलपत्र या फिर गन्ने का जूसर, सफेद फूल और जलधारा अर्पित करें।

पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र

  • सावन का तीसरे सोमवार के दिन महान शिव योग के साथ पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र है, इस दिन मधुस्रावणी पर्व भी है जिसे सौभाग्य कारक माना गया है। माना जाता है कि शिवयोग में शिव की पूजा से भगवान शिव अत्यंत प्रसन्न होते हैं।
  • शिवयोग अर्थात देवों के देव महादेव का योग। यह योग केवल साधुओं के लिए ही नहीं अपितु इससे मनुष्य को भी बेहद लाभ होता है। शिवयोग को वामयोग या तंत्र के नाम से भी जाना जाता है।
  • शिवयोग में पूजा करने का अर्थ है अनंत के साथ विलय हो जाना अर्थात भगवान के साथ हो जाना।
  • इस योग में पूजा करने से जीवन में कभी किसी चीज की समस्या नहीं होती।
  • इसी के साथ सावन के तीसरे सोमवार के दिन ही पढ़ रही है हरियाली तीज जो कि महिलाओं के लिए काफी विशेष होती है। इस दिन विशेष रुप से भगवान शिव और माता पार्वती की की पूजा की जाती है।

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