नोएडा। सर्वार्थ सिद्धी योग में सोमवार को शनि जयंती मनाई जाएगी। जयंती को लेकर शनिवार से ही मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना शुरू हो गई है। शहरभर के मंदिरों में भगवान शनि के तेलाभिषेक की तैयारियां पूरी हो गई हैं। मंदिरों में घोड़े के नाल वाली अंगूठियों को मंत्रोच्चार के साथ अभिमंत्रित करने लिए महायज्ञ किए जा रहे हैं। कई मंदिरों में सवा लाख मंत्र महायज्ञ शुरू हो गया है।
शनि जयंती के पूर्व कई नवग्रह शनि मंदिर में शनि महायज्ञ और राम कथा का आयोजन किया गया। भगवान शनि का तेलाभिषेक और हवन पूजा शुरू हो गई है। वहीं कहीं कहीं पर रामकथा का पाठ भी किया जा रहा है।शनि जयंती पर है एकसाथ पांच योगपंडितों के अनुसार इस बार शनि जयंती पर सोमवार को इस बार एक साथ पांच योग हैं, जो इस बार शनि जयंती को खास बना रहे हैं।
इस दिन सोमवती अमावस्या, वट सावित्री व्रत, सर्वार्थ सिद्धि, रोहिणी नक्षत्र व शनि के साथ केतु का गोचर होने जैसे योग इस दिन की शुभता बढ़ाने के साथ ही विशिष्ट फलदायी होंगे। शनि जयंती पर सोमवती अमावस्या का योग 4 साल बाद बना है। ज्योतिषियों ने इन योगों का एक साथ होना दुर्लभ संयोग माना है। इस दिन पितृदोष शांति, पीपल व वटवृक्ष की पूजा शुभ होगा।