बालियाः अभी तक उत्तर प्रदेश में गंगा और यमुना नदी में बढ़े जलस्तर के कारण बाढ़ का खतरा खत्म नहीं हुआ, कि अब घाघरा और सरयू नदी का भी जलस्तर भी बढ़ने लगा है। सैकड़ों गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। बालिया जिले के उत्तरी छोर यानी बेल्थरा रोड, सिकंदरपुर, बांसडीह इलाके से होते हुए बिहार बॉर्डर स्थित छपरा जिला के पास गंगा नदी से मिल जाती है। ऐसे में बांसडील तहसील क्षेत्र के कई गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। इनमें से चांदपुर, रेगहा, खेवसड़, पर्वतपुर, सुल्तानपुर, मनियर सहित आस-पास के क्षेत्रों में जलभराव देखा जा सकता है।
बहेरा-नाले से होते हुए बाढ़ का पानी मनियर-सिकंदरपुर मार्ग पर पहुंच गया है। आदर्श नगर पंचायत के वार्ड नंबर 12 के भरतपुरा, मलाहू टोला राजभर और नट बस्ती इलाको में पानी भर गया है। बार्ड नंबर 10 बहेरा पारा राजभर बस्ती चारों ओर से पानी से घिर चुकी है। मनियर नगर पंचायत में भी सरयू नदी का पानी घुसना शुरू हो चुका है। गांव वालों की माने तो अब उनके पशुओ के लिए चारे की समस्या आने लगी है, क्योंकि बाढ़ के चलते खेत पानी में डूब गए हैं।
बता दे कि खरीद-दरौली घाट पर भी बाढ़ का असर देखा जा सकता है। एसडीएम दुष्यंत कुमार मौर्य ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रशासन लगातार बाढ़ प्रभावित इलाकों में गश्त कर रहा है। लोगों को आवश्यक मदद उपलब्ध कराने में जुटा है। गांव के प्रधानों व ग्रामीणों से बातचीत करके समस्या का समाधान निकाला जा रहा है।
नवागत क्षेत्राधिकारी प्रीति त्रिपाठी ने जानकारी देते हुए बताया कि सुरक्षा को देखते हुए पुलिस विभाग को अलर्ट कर दिया गया है। महिला संबंधित किसी भी मामले में कोई भी महिला सीधे मुझसे आकर बांसडीह कार्यालय में मिल सकती है। उन्होंने कहा कि कानून का पालन न करने वाले और कानून का मजाक उड़ाने वालों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।