नई दिल्ली। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विदेश मामले के सलाहकार सरताज अजीज भारत में होने वाले ‘हार्ट ऑफ एशिया’ सम्मेलन में शिरकत कर सकते हैं। सूत्रों की माने तो अजीज भारत में होने वाले हार्ट ऑफ एशिया कॉन्फ्रेंस में हिस्सा ले सकते हैं। ‘हार्ट ऑफ एशिया’ सम्मेलन दिसंबर के पहले सप्ताह में भारत के अमृतसर में आयोजित होगा।
अगर सरताज भारत आते हैं तो उरी हमले के बाद पहली बार ऐसा होगा कि पाकिस्तान का कोई नेता भारत आए। इस मसले पर सरताज ने पाक के एक न्यूज चैनल से कहा कि दोनों देशों के बीच तनाव कम करने का ये अच्छा मौका हो सकता है।
बता दें कि उरी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के राजनयिक संबंधों में तल्खी आ गई थी और दोनों देशों ने एक दूसरे के राजनयिकों पर जासूसी करने का आरोप लगाते हुए उन्हें स्वदेश लौटा दिया।
फिलहाल सीमा से लगते कई क्षेत्रों में पाकिस्तान गोलीबारी कर रहा है। भारत भी इसका माकूल जवाब दे रहा है। अभी एक दिन पहले ही पाकिस्तान ने अपने सात जवानों के मारे जाने की पुष्टि की है।
क्या है पाकिस्तानी ‘हार्ट ऑफ एशिया’ सम्मेलन:-
हार्ट ऑफ एशिया-इस्तांबुल प्रक्रिया की स्थापना आफगानिस्तान और तुर्की की पहल पर साल 2011 में हुई थी। इसका मुख्य उद्देश्य क्षेत्रीय सहयोग और कनेक्टीविटी के लिए प्रयासों को बढ़ावा देना है, ताकि अफगानिस्तान और क्षेत्र में दीर्घकालीन शांति और स्थिरता के साथ-साथ प्रगति और विकास को बढ़ावा मिले। गत साल दिसंबर में पाकिस्तान ने मंत्रिस्तरीय सम्मेलन की मेजबानी की थी, जिसमें भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भाग लिया था।