नई दिल्ली: कई दिन से दून अस्पताल से गायब संत गोपालदास की मां और उनके भाई ने उत्तराखंड सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बुधवार को उन्होंने पत्रकारों के बात करते हुए कहा कि सरकार ने गोपालदास को गायब किया है।
अनशन पर बैठने की चेतावनी
संत गोपालदास की मां और भाई ने आज से ही त्रिवेणी घाट पर अनशन पर बैठने की चेतावनी दी। इस दौरान उनके साथ स्वामी शिवानंद भी मौजूद रहे। उन्होंने सरकार से गोपालदास को तलाशने और स्वामी सानंद की सारी मांग मानने की मांग की।
षड्यंत्र की आशंका
इससे पहले मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद सरस्वती ने गंगा की रक्षा समेत कई मांगों को लेकर अनशन कर रहे संत गोपालदास के रहस्यमय तरीके से गायब हो जाने पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया था कि गहरी साजिश के तहत उन्हें गायब किया गया है।
सरकार को यह खुलासा करना चाहिए कि दिल्ली एम्स से लाकर किसने दून अस्पताल में भर्ती कराया और फिर उन्हें कौन कहां ले गया। पत्रकारों से वार्ता करते हुए स्वामी शिवांनद ने कहा था कि यह बड़ी गहरी साजिश है कि दिल्ली के एम्स में भर्ती संत गायब हो गए।
उन्होंने सवाल उठाया कि यदि संत गोपालदास की तबीयत खराब थी तो उन्हें एम्स से डिस्चार्ज ही क्यों किया गया और फिर दून कैसे लाया गया। उन्होंने कहा कि किसी षड्यंत्र की आशंका है जिसका पर्दाफाश होना चाहिए।
‘नदियों की चिंता करने वाले संतों को मारा जा रहा है’
उन्होंने कहा था कि यदि सब कुछ रहस्य नहीं है तो क्या वजह है कि संत गोपालदास अपने दोनों मोबाइल फोन और थैला आदि सामान अस्पताल में ही छोड़कर चले गए। वह जसबीर नाम का व्यक्ति कौन है जो उन्हें दून अस्पताल में भर्ती करवाने आया था।
उन्होंने कहा था कि इससे भी पर्दा उठना चाहिए। इस समय शासन, प्रशासन, और माफिया सब एक ही हो गया है। दावे बहुत किए जा रहे हैं, लेकिन गंगा की चिंता कोई नहीं कर रहा है। जो गंगा और उसकी सहयोगी नदियों की चिंता करता है ऐसे संतों को मारा जा रहा है।