बलिया। उत्तर प्रदेश के बलिया में केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त पेयजल एवं स्वच्छता सलाहकार राकेश मैत्रेय ने टाउन डिग्री कॉलेज में आयोजित कार्यशाला में शिरकत की। इस कार्यशाला में गांवो को खुले में शौच से मुक्त करने को लेकर जरूरी बातो से छात्रों को अवगत करवाया गया और छोटे-छोटे गांवों के साथ सांसदों द्वारा गोद लिए गांवो को ओडीएफ ने परिपूर्ण करने के लिए प्रदेश के 178 गांवों के प्रधान और सचिवों को बुलाया गया। इस अवसर पर राकेश मैत्रेय ने कहा कि गांव को खुले में शौच मुक्त बनाने के लिए सबसे पहले प्रधान और सचिवों को इस कुप्रथा को खत्म करने के लिए शुरुआत करनी होगी। उन्होंने सीएलटीएस, खुले में शौच मुक्त के बारे में विस्तार से बताया। साथ ही 12 हजार में शौचालय बनाने की विधियों पर भी प्रकाश डाला।
कार्यशाला में उन्होंने स्वच्छता कार्यक्रमों को लेकर कहा कि प्रधानों को अपने-अपने गांवों के लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरुक करना चाहिए और शौचालय बनवाने के साथ ही उसके प्रयोग के लिए लोगों को जागरूकता फैलानी चाहिए, तभी ओडीएफ सफल हो सकता है। उन्होंने शुद्ध पेयजल, हैंड वाश कार्यक्रम के बारे में प्रचार प्रसार करने पर बल दिया। कार्यशाला में आए कुछ प्रधानों ने स्वच्छता से जुड़े सवाल किए, जिसका स्वच्छता सलाहकार राकेश मैत्रीय ने जवाब देकर उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया।
जिला पंचायत राज अधिकारी अभय यादव ने विभाग की ओर से किए जा रहे प्रयासों के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि लोगों को इस बात के लिए लगातार जागरुक किया जा रहा है कि शौचालय बनवाएं और विभाग की ओर से 12 हजार की धनराशि प्राप्त करें। इसके अलावा स्वच्छता के प्रति लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। कार्यशाला में सीएमओ डॉ एसपी राय और जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।