वाराणसी: शिव की नगरी काशी में महाशिवरात्रि संगीत महोत्सव की धूम है। रविवार को तीसरी निशा में गंगा किनारे बांसुरी की स्वर लहरी ने श्रोताओं का दिल जीत लिया।
महोत्सव में कलाकार पंडित राजेंद्र प्रसन्ना के होठों से निकले सुरीले बांसुरी वादन से माहौल संगीतमय हो गया। इस संगीत निशा में उनका साथ विभिन्न कलाकारों ने दिया और वातावरण में उपशास्त्रीय संगीत की मधुरता घोल दी। कार्यक्रम में कथक के अलावा सरोद वादक भी मौजूद रहे।
महाशिवरात्रि महोत्सव में उमड़ती है भीड़
बता दें कि भोलेनाथ की नगरी महाशिवरात्रि के बाद भी भक्ति के रंग में रंगी रहती है। यहां शिवजी से जुड़े विभिन्न कार्यक्रम होते रहते हैं। शहरवासी बड़े ही भक्तिभाव से शिवजी से जुड़े कार्यक्रमों में हिस्सा लेते हैं। गौरतलब है कि महाशिवरात्रि महोत्सव में पहली निशा में जहां देशभर से आए कलाकारों ने हिस्सा लिया था, वहीं महोत्सव की दूसरी रात को ओडीसी नृत्यांगना शर्मिला विश्वास ने अपनी नृत्यकला का जलवा दिखाया था।
कैलाश खेर के गीतों पर झूमे थे दर्शक
महोत्सव की तीसरी शाम गायक कैलाश खेर के नाम रही थी। कैलाश खेर ने अपने गीत ‘बगड़ बम बबम बम लहरी’ पर श्रोताओं को थिरकने पर मजबूर कर दिया था। इस मौके पर कैलाश खेर ने यूपी सरकार से अपनी मन की बात भी कही थी।
जानकारी के लिए बता दें कि 11 से 16 मार्च तक चलने वाले इस महोत्सव में बड़ी संख्या में लोग शामिल हो रहे हैं। वहीं, मुंबई से लेकर दिल्ली तक के विश्व प्रसिद्ध कलाकार इस कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे हैं। इस महोत्सव के माध्यम से स्थानीय कलाकारों को भी अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिल रहा है।
यूपी सरकार का स्थानीय कलाकारों को मंच देने का प्रयास
इस महोत्सव का आयोजन यूपी सरकार की तरफ से किया जा रहा है, जिसे सफल बनाने में जिला प्रशासन पूरे जोर-शोर से लगा हुआ है। यूपी सरकार चाहती है कि इस महोत्सव के माध्यम से स्थानीय कलाकारों को एक मंच मिले, जिससे वो विश्व में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा सकें।