उत्तर प्रदेश के कानपुर में एयरफोर्स कॉलोनी में दुर्लभ जीका वायरस का पहला मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई है। मच्छरों से फैलने वाले इस खतरनाक वायरस की पुष्टि एक एयरफोर्स कर्मी में हुई है। पीड़ित एयरफोर्स कर्मी को डेंगू बुखार के लक्षण पर सेवन एयरफोर्स अस्पताल में 19 अक्टूबर को भर्ती कराया गया था। स्वास्थ्य लाभ न होने पर दो दिन पूर्व जांच के लिए सैम्पल लिया गया था। इस पुष्टि के बाद स्वास्थ्य विभाग के साथ जिला प्रशासन ने सर्तकता व निगरानी बढ़ाते हुए रोकथाम की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है।
बता दें कि मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. नेपाल सिंह ने जनपद में पहले मरीज में जीका वायरस मिलने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि पीड़ित एयरफोर्स कर्मी का पिछले एक महीने में कोई यात्रा इतिहास नहीं मिला है। जिस कॉलोनी में यह केस मिला है, वहां आसपास मच्छरों की रोकथाम के लिए एंटी लार्वा स्प्रे का छिड़काव करवाया गया है।
वहीं सीएमओ ने बताया कि एयरफोर्स कर्मी में इस वायरस की पुष्टि पुणे की लैब नेशनल इंस्टरट्यूट आफ वायरोलाजी से मिली रिपोर्ट के बाद हुई है। एहतियात के तौर पर पोखरपुर (चकेरी) के रहने वाले पीड़ित एयरफोर्स कर्मी के एसीएमओ डा. सुबोध प्रकाश की अगुवाई में स्वास्थ्य विभाग की टीम को भेजकर उनके परिवार के सदस्यों के साथ ही हाल में सम्पर्क में आए 22 लोगों के नमूने लिए गए हैं, जिन्हें जांच के लिए लखनऊ में केजीएमयू लैब में भेजा गया है।।