लखनऊ: लखनऊ-उन्नाव से समाजवादी पार्टी के एमएलसी सुनील सिंह साजन ने ट्विटर पर योगी सरकार के ऊपर आरोपों की झड़ी लगा दी है। दरअसल, सपा एमएलसी ने उत्तर प्रदेश में शिक्षा और शिक्षकों के मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश की है।
चार साल से शिक्षक बनने वालों को टहलाया जा रहा है
ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि, जिन्हें शिक्षक बनना था उन्हें चार साला से टहलाया जा रहा है। उन्होंने भाजपा सरकार पर जाति विशेष को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया है। उन्होंने लिखा है कि, ‘बिरादरी वालों को योगीजी और उनके नेता-मंत्री प्रसाद खिला रहे हैं। बांदा कृषि विश्वविद्यालय में 13 प्रोफेसरों की नियुक्ति में 11 एक ही बिरादरी के हैं और उसमें भी 10 पूर्वांचल से हैं। अद्भुत संयोग है?’
जानिए पूरा मामला
दरअसल, पूरा मामला बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का है जहां हाल ही में प्रोफेसरों की भर्तियां निकली थीं। कुल 20 भर्तियों में से 18 सामान्य और दो पिछड़े वर्ग के लिए थीं। विवि ने 15 भर्तियों में से 11 पदों पर सामान्य वर्ग के लोगों का चयन किया लेकिन आरोप यह लग रहा है की इन 11 नियुक्तियों में एक विशेष जाति को प्राथमिकता दी गई है। अब इस मामले पर विवाद खड़ा हो गया है।
बीजेपी विधायक ने भी जताया एतराज़
मामले में बीजेपी विधायक बृजेश प्रजापति ने भी सवाल खड़े किए हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर इसकी शिकायत की है।
तूल पकड़ता जा रहा 69000 शिक्षक भर्ती का मामला
वहीं दूसरी तरफ 69000 शिक्षक भर्ती मामला भी लगातार विवादों में बना हुआ है। पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थी लगातार इस भर्ती में आरक्षण प्रक्रिया को घोटाला बता रहे हैं। हाल ही में 55 अभ्यर्थियों ने राज्यपाल और राष्ट्रपति को पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु की मांग की है।