पहले केन्द्र में आई मोदी लहर और अब हाल ही में बदली देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश की पूर्व अखिलेश सरकार के पलट होने के बाद प्रदेश में आई भाजपा की योगी सरकार के बाद विधान सभा चुनाव में हार के बाद समाजवादी पार्टी सहित तमाम अन्य राजनीतिक पार्टीयों को लगातार बड़े-बड़े झटके लगते जा रहे हैं। ऐसे ही सपा को झटके लगने की सिलसिला जारी है। हाल ही में सपा के दो MLC ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। तो अब दूसरी सूचना मिली है कि सपा की एक और MLC भी इस्तीफा दे सकती हैं साथ ही यह भी सूचना मिली है कि MLC सराजनी अग्रवाल ने भाजपा भी जेवाइन कर ली है। जबकी सरोजनी अग्रवाल सपा के वरिष्ठ नेता आजम खां की भी काफी करीबी मानी जाती है। और साथ ही अन के अलावा भी दो और MLC भी इस्तीफा दे सकते है।
आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी को लगातार झटके लगते जा रहे है। समाजवादी पार्टी व पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खां की बहुत करीबी मानी जाने वाली MLC सरोजनी अग्रवाल ने सपा से इस्ताफा देते हुए बीजेपी का दामन थाम लिया है। जबकी कहा जाता है कि शाहिद मंजूर सराजनी को MLC बनाने के खिलाफ थे लेकिन आजम खां ने अपनी जिद पर अड़े रहकर इन्हें MLC बनवाया था। इससे पहले MLC व राष्ट्रीय शिया समाज के संस्थापक बुक्कल नवाब व MLC यशवंत सिंह ने भी पार्टी से अस्तीफा दे दिया था और साथ ही प्रधानमंत्री मोदी तथा CM योगी आदित्यनाथ की तारीफ भी की थी। जबकी यह इस्तीफे देने का वाक्या तब हुआ जब भजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी लखनऊ में ही उपस्थित थे।
इस्तीफे देने के बाद तथा भाजपा ज्वाइन करने के साथ MLC व राष्ट्रीय शिया समाज के संस्थापक बुक्कल नवाब ने अपने बयानों में यह भी कहा कि अब मुझे एक साल से समाजवादी पारेटी में काफी घुटन सी हो रही थी। उन्होने अपने बयानों में अखिलेश पर तगड़ा निशाने साधते बुए यह भी कहा कि जब अखिलेश अपने पिता के नहीं हुए तो किसी और के तो क्या होंगे। उन्होने कहा मैं तथा पारेटी के अन्य नेता व कार्यकर्ता मुलायम सिंह जी का काफी सम्मान करते है लेकिन अखिलेश के व्यवहार को देखते हुए पार्टी के और भी अन्य नेता कभी भी इस्तीफा दे सकते है।
साथ ही आपको एक और जांकारी से रूबारू करा दें कि समाजवादी पार्टी के 3 MLC के इस्तीफे देने के बाद 3 MLC के पद खाली हुए है। देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश के मा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा उप मुख्यमंत्री केशव प्रशाद मोर्या व उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा भी MLC के तौर पर सदन में पहुच सकते है, क्योंकी यह तीनों अब तक किसी भी सदन के सदस्य नही रहे है।