बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान का विवादों से पुराना नाता रहा है.. हिट एंड रन केस में जहां उन्हें लंबे समय तक कानूनी कार्यवाही सामना करना पड़ा, तो वहीं बीते दो दशक से उनके खिलाफ काले हिरण के शिकार के मामले में भी सुनवाई का सिलसिला जारी है और अब इस केस में एक नया खुलासा हुआ है।
दरअसल, साल 1998 में काला हिरण शिकार के मामले मे सलमान को गिरफ्तार किया गया था तो कोर्ट ने उनसे हथियारों का लाइसेंस मांगा था। जिसके लिए साल 2003 में सलमान ने शपथ पत्र देकर ये बताया था कि उनका लाइसेंस कहीं खो गया है। पर बाद में कोर्ट ने पाया कि सलमान का लाइसेंस गुम नहीं हुआ है, बल्कि उन्होंने खुद लाइसेंस के रिन्यू के लिए हथियार लाइसेंस नवीनीकरण शाखा में पेश कर रखा था।
ऐसे में मामले के तत्कालीन लोक अभियोजक भवानी सिंह भाटी ने कोर्ट में अर्जी पेश कर गुहार लगाई कि सलमान खान पर कोर्ट को गुमराह करने का प्रयास करने पर मुकदमा दर्ज किया जाए। बता दें कि इसी मामले में बुधवार को जिला एवं सत्र जिला जोधपुर कोर्ट में 9 फरवरी को सुनवाई हुई है, जिसके लिए सलमान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जोधपुर सेशन कोर्ट में पेश हुए।
सुनवाई के दौरान उनके वकील हस्तीमल सारस्वत ने कोर्ट को बताया है कि 8 अगस्त 2003 को भूल से सलमान की तरफ से गलत हलफनामा कोर्ट में पेश कर दिया गया, क्योंकि अभिनेता बहुत व्यस्त रहते हैं ऐसे में उन्हें ये याद ही नहीं था कि कि उनका लाइसेंस नवीनीकरण के लिए दिया गया था। इसलिए इस गलत हलफनामे के लिए अभिनेता को माफ कर दिया जाना चाहिए।
गौरतलब है कि कि कोर्ट में झूठे शपथ पत्र पेश करने के मामले में अधिकतम 7 वर्ष की सजा का प्रावधान हैं। वहीं इस मामले का अंतिम फैसला गुरुवार को सुनाया जाना है।