नई दिल्ली। नोटबंदी के कारण ना सिर्फ आम लोगों को बल्कि साथ ही नेताओं को मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। खबरों के मुताबिक केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा के भाई की मृत्यु हो गई है, जब मंत्री जी मृत भाई के अस्पताल का बिल चुकाने पहुंच, तो वहां के स्टॉफ ने पुराने नोटों को लेने से मना कर दिया, जिसके बाद उन्हें पेमेंट चेक से करनी पड़ी। गौरतलब है कि सदानंद गौड़ा के भाई कई दिनों से बीमार चल रहे थे, उनकी मंगलवार को मृत्यु हो गई।
गौरतलब है कि देश में नोटबंदी के बाद से लोगों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है, हालांकि सरकार ने सरकारी अस्पतालों और कुछ जरुरतमंद स्थानाें पर छूट जरुर दे रखी है, पर जिस अस्पताल का यह मामला है वो निजी असपताल है। बताया जा रहा है कि भाई के मौत की खबर सुनका जब मंत्री जी अस्पताल पहुंचे और बकाया बिल को चुकाने के लिए पुराने नोट देने लगे तो प्रशासन ने पुराने नोटों को लेने से मना कर दिया। हालांकि इस मामले में मंत्री जी ने नाराजगी भी जाहिर की, उनका कहना था कि इससे आम जनो को खासा परेशानी हो रही है, जिसके बाद उन्होंने चेक से बिल का भुगतान किया।
मीडिया सूत्रों से प्राप्त हो रही खबरों के अनुसार मंत्री जी ने कहा कि नोटबंदी के चलते उन्हें भारी समस्या का सामना करना पड़ा, अस्पताल नोटों को स्वीकार नहीं कर रहा है जिससे लोगों को खासा समस्या हो रही है, बताया जा रहा है कि मंत्री जी ने अस्पताल प्रशासन से इस बारे में लिखित जबाब भी मांगा है।