प्रद्युम्न मर्डर केस दिन-प्रतिदिन गरमाता जा रहा है। ऐसे में पिंटो फैमली की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई के लिए जज एबी चौधरी ने इंकार कर दिया है। उनका कहना है कि वह पिंटो फैमली को जानते हैं इसलिए वह इस केस की सुनवाई नहीं करेंगे। लेकिन इस केस को अभी तक सीबीआई ने अपने हाथों में नहीं लिया है।
इस केस में हरियाणा सरकार द्वारा गठित की गई टीम ने जब अपनी कार्रवाई शुरू की तो स्कूल से काफी सारी कमियां मिली। जांच के दौरान स्कूल में लगे सीसीटीवी कैमरा भी खराब पाए गए तथा स्कूल की बाउंड्री भी टूटी हुई मिली। जांच में मिला की बाहर से आए लोग भी छात्रों के टॉयलेट को इस्तेमाल करते हैं।
प्रद्युम्न परिवार के वकील का कहना है कि अभी तक सीबीआई ने इस केस को अपने हाथों में क्यों नहीं लिया है। उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा कि सीबीआई को जांच करने से कौन रोक रहा है ? सवाल पूछा है कि पिंटों फैमली ने जब सुप्रीम कोर्ट में अग्रिम जमानत की याचिका डाली तो इसके लिए उनका वकील क्यों नहीं आया ? वही दूसरी तरफ मृतक प्रद्युम्न के पिता ने सरकार पर कई सवाल खड़े किए हैं कि सरकार ने सीबीआई जांच का उनसे झूठा वादा किया है।
सीबीआई जांच के आदेश देने के इतने दिनों बाद भी नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है। प्रद्युम्न के पिता का कहना है कि सीएम मनोहर लाल खट्टर उनके घर आए थे जिसके बाद उन्होंने कहा कि वह इस मामले में सीबीआई जांच के लिए पत्र लिखेंगे। लेकिन अभी तक यह मामला सीबीआई के पास नहीं गया है। आपको बता दें कि प्रद्युम्न के पिता ने स्कूल ना खोलने के लिए पत्र लिखा है, उनका कहना है कि अगर स्कूल को खोला गया तो स्कूल के अंदर मौजूद कई सारे सबूतों को खत्म किया जा सकता है।