गुरुग्राम। प्रद्युम्न हत्याकांड का मामला अब और भी ज्यादा गर्माता जा रहा है। जहां एक तरफ पुलिस की जांच में स्कूल के अंदर काफी खामिया पाई गई हैं तो दूसरी तरफ शिकंजा अब रेयान मैनेजमेंट पर कसा जा रहा है। रेयान मालिकों को इस घटना के बाद गिरफ्तारी होने का डर सता रहा है। ऐसे में डर के कारण उन्होंने बांबे हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत अर्जी दाखिल कर दी है।
इस मामले में मंगलवार को सुनवाई होनी है। प्रद्युम्न के हत्यारा बस कंडक्टर इस वक्त जेल की सलाखों के पीछे है। गुरुग्रााम रेयान स्कूल में लापरवाही के कारण इसके अन्य स्कूलों पर भी खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। क्योंकि कार्रवाई करने के बाद पुलिस के हाथ अब स्कूल आलाकमान तक पहुंच गए हैं। पुलिस को रेयान स्कूल में जांच के दौरान कई खामियां मिली है।
इस मामले में जांट के बाद डीसी ने अपनी रिपोर्ट शिक्षा विभाग को सौंप दी है। इस रिपोर्ट में स्कूल के खिलाफ तमान तथ्यों को पेश किया गया है। जिसके बाद अब शिक्षा विभाग रिपोर्ट के आधार पर स्कूल को नोटिस भेजने की तैयार में है। लेकिन इस सब के बावजूद शिक्षा मंत्री ने पहले ही साफ कर दिया कि स्कूल की मान्यता रद्द नहीं की जाएगी। हालांकि मृतक के परिजनों ने मांग की है कि आने वाले वक्त में अगर कोई ऐसी घटना होती है तो स्कूल की मान्यता रद्द कर दी जाए। आपको बता दें कि पुलिस ने पहले ही ऐलान किया है कि इस मामले की चार्जशीद सात दिनों के भीतर दाखिल की जाएगी। लेकिन बार बार सीबीआई जांच की मांग करने के बाद अब यह मामला सीबीआई को भी सौंपा जा सकता है।